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शिक्षक नियोजन में फर्जीवाड़ा, वेतन रुका

2008 में मेधा सूची में 131 अभ्यर्थियों के थे नाम मौजूदा बहाली की सूची में 241 अभ्यर्थी
सिरदला : मंगलवार को बिहार प्राथमिक शिक्षा निदेशक एम रामचंद्रन ने सिरदला प्रखंड में द्वितीय चरण के तहत होनेवाले शिक्षक नियोजन 2008 की अवैध बहाली की जांच करने पहुंचे. निदेशक एम रामचंद्रन ने बताया कि पटना हाइकोर्ट के आदेश पर सिरदला प्रखंड शिक्षक नियोजन 2008 के शिक्षक बहाली में हुई फर्जीवाड़े की जांच करने के लिए जांच की टीम आयी है. नियोजन से जुड़े सभी बिंदुओं की गहन जांच कर तैयार रिपोर्ट उच्च न्यायालय पटना को सौंपी जायेगी़ उन्होंने बताया कि आये दिन मीडिया व अन्य स्रोतों से की गयी शिक्षक बहाली सुर्ख़ियों में बनी रहती है़  इसके चलते उच्च न्यायालय पटना ने स्वयं इस बहाली को संज्ञान में लिया है. 
 
नियमानुसार कोई भी शिक्षक नियोजन करने से पहले विभाग निदेशक की अनुशंसा आवश्यक है. सिरदला प्रखंड शिक्षक नियोजन 2008 से जुड़े हुए किसी भी शिक्षक बहाली का नियोजन करने की अनुमति विभाग से नहीं ली गयी है़  प्रथम दृष्टया में 2008 शिक्षक बहाली में बरती फर्जीवाड़ा साफ झलकता है. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से जब बहाली संबंधित दस्तावेज की मांग की गयी,तो वह बगले झांकने लगे तथा उन्होंने बताया कि प्रखंड विकास पदाधिकारी के यहां बहाली से जुड़ा हुआ दस्तावेज रहता है. 
 
शिक्षक नियोजन से जुड़ा कोई भी अभिलेख नियोजन इकाई के पास उपलब्ध नहीं है़ निदेशक ने बताया कि प्रखंड कार्यालय से दस्तावेज का नहीं मिलना, नियोजन में हुए फर्जीवाड़े का द्योतक है. मौके पर मौजूद 2008 के तत्कालीन प्रखंड प्रमुख उर्मिला देवी ने जांचकर्ताओं को आवेदन देकर बताया कि 2008 में जो शिक्षकों की मेधा सूची बनायी गयी थी, वह 131 अभ्यर्थियों की ही थी. मौजूदा बहाली में प्रस्तुत  सूची 241 अभ्यर्थियों की है. 
 
पूर्व प्रमुख ने बताया कि शिक्षक नियोजन बहाली माफियाओं द्वारा बहाली से जुड़े हुए अभिलेखों के साथ छेड़छाड़ करते हुए उनका फर्जी हस्ताक्षर भी बना दिया गया है. प्रखंड परिसर में उपस्थित लोगों से भी 2008 शिक्षक नियोजन के बारे में पूछताछ की गयी़ उन्होंने बताया कि जांच की शुरुआती में ही बहाली में फर्जीवाड़ा पाया गया है. इसके कारण तत्काल प्रभाव से नियोजित किये गये कुल 104 शिक्षकों के वेतन भुगतान को बंद करने की अनुशंसा की गयी है. 
 

उपस्थित ग्रामीणों को आश्वस्त करते हुए निदेशक ने बताया कि इंसाफ जरूर मिलेगा तथा दोषियों पर कानूनी कार्रवाई करते हुए अवैध हुई शिक्षक बहाली को रद्द किया जायेगा. मौके पर बीआरपी उमेश घोष, शशि कुमार सुमन, अरविंद कुमार,राजेश कुमार भारती, पूर्व प्रमुख उर्मिला देवी, जदयू प्रखंड अध्यक्ष साधु यादव, राम प्रसाद यादव, गोरेलाल चौधरी, भोला यादव सहित दर्जनों लोग मौजूद थे.

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