राज्यके कॉलेजों में शिक्षक नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है। फिलहाल
नियुक्ति का अधिकार बिहार लोकसेवा आयोग के पास है जो आवेदन के बाद इंटरव्यू
के आधार पर नियुक्तियों की सूची जारी कर रहा है। आयोग ने 2014 में
नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की।
3364 शिक्षकों की नियुक्ति होनी है लेकिन अब तक सिर्फ लगभग 869 पदों के लिए रिजल्ट जारी किए गए हैं। इसमें से भी सिर्फ 49 शिक्षकों की नियुक्ति विभिन्न विश्वविद्यालयों में हुई है। इसमें पटना विश्वविद्यालय में दो शिक्षकों को नियुक्त किया गया है। अन्य पांच विषयों के भी रिजल्ट जारी हुए हैं लेकिन विश्वविद्यालयों में नियुक्ति नहीं की गई है। दूसरे विश्वविद्यालयों के मुकाबले पटना विवि में शिक्षकों की नियुक्ति होने में वक्त लग रहा है क्योंकि यहां शिक्षकों की नियुक्ति कागजी कार्रवाई के इंतजार में रुकी रहती है। इससे बचने के लिए पीयू प्रशासन शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में ही बदलाव करने जा रहा है।
अभी वेरिफिकेशन के बाद ज्वाइनिंग
पीयूमें अबतक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए शिक्षा विभाग से संस्तुति मिलने के बाद भी ज्वाइनिंग में देर होती है क्योंकि पीयू प्रशासन ने अभी यह परंपरा बना रखी है कि शिक्षकों की नियुक्ति तभी होगी जब उनके एकेडमिक डॉक्यूमेंट्स का वेरिफिकेशन पूरा हो जाएगा। इससे नियुक्ति प्रक्रिया में देर हो रही थी। अब पीयू प्रशासन इस प्रक्रिया को बदल रहा है। कुलपति प्रो. रासबिहारी सिंह ने बताया कि शिक्षकों की कमी है। जो प्रक्रिया अभी चल रही है उसे बदला जाएगा जिससे शिक्षकों की बहाली शीघ्र हो। बीपीएससी के जरिए नियुक्त होने वाले शिक्षकों की नियुक्ति पहले हो जाएगी। इसके बाद उनके डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का प्रोसेस चलेगा। इससे नियुक्ति में अनावश्यक देर नहीं होगी।
3364 शिक्षकों की नियुक्ति होनी है लेकिन अब तक सिर्फ लगभग 869 पदों के लिए रिजल्ट जारी किए गए हैं। इसमें से भी सिर्फ 49 शिक्षकों की नियुक्ति विभिन्न विश्वविद्यालयों में हुई है। इसमें पटना विश्वविद्यालय में दो शिक्षकों को नियुक्त किया गया है। अन्य पांच विषयों के भी रिजल्ट जारी हुए हैं लेकिन विश्वविद्यालयों में नियुक्ति नहीं की गई है। दूसरे विश्वविद्यालयों के मुकाबले पटना विवि में शिक्षकों की नियुक्ति होने में वक्त लग रहा है क्योंकि यहां शिक्षकों की नियुक्ति कागजी कार्रवाई के इंतजार में रुकी रहती है। इससे बचने के लिए पीयू प्रशासन शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में ही बदलाव करने जा रहा है।
अभी वेरिफिकेशन के बाद ज्वाइनिंग
पीयूमें अबतक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए शिक्षा विभाग से संस्तुति मिलने के बाद भी ज्वाइनिंग में देर होती है क्योंकि पीयू प्रशासन ने अभी यह परंपरा बना रखी है कि शिक्षकों की नियुक्ति तभी होगी जब उनके एकेडमिक डॉक्यूमेंट्स का वेरिफिकेशन पूरा हो जाएगा। इससे नियुक्ति प्रक्रिया में देर हो रही थी। अब पीयू प्रशासन इस प्रक्रिया को बदल रहा है। कुलपति प्रो. रासबिहारी सिंह ने बताया कि शिक्षकों की कमी है। जो प्रक्रिया अभी चल रही है उसे बदला जाएगा जिससे शिक्षकों की बहाली शीघ्र हो। बीपीएससी के जरिए नियुक्त होने वाले शिक्षकों की नियुक्ति पहले हो जाएगी। इसके बाद उनके डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का प्रोसेस चलेगा। इससे नियुक्ति में अनावश्यक देर नहीं होगी।