भागलपुर। जिले में 2003 से 2008 तक पंचायत नियोजन इकाई द्वारा नियुक्त
किए गए 1600 शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया पर निगरानी की नजर है। उच्च
न्यायालय के निर्देश पर नियुक्ति प्रक्रिया की जांच निगरानी को दी गई है।
निगरानी इंस्पेक्टर एसके सरोज ने जिला शिक्षा विभाग को पत्र प्रेषित कर जांच के लिए लंबित 1600 पंचायत शिक्षकों का मूल मेधा सूची के साथ नियुक्ति फोल्डर की मांग की है। जो अब तक अप्राप्त है।
बीईओ व साधनसेवी की बैठक 16 को
जिला शिक्षा विभाग के डीपीओ स्थापना संजय कुमार ने 16 मई को दोपहर 12:30 बजे अपने कार्यालय कक्ष में सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों एवं साधनसेवियों की बैठक बुलाई है। जिसमें उन्हें लंबित पंचायत नियोजन इकाई से नियुक्त शिक्षकों का मूल मेधा सूची के साथ नियुक्ति फोल्डर जमा कराने का निर्देश दिया जाएगा। बता दे कि पंचायत शिक्षकों की निगरानी जांच प्रक्रिया में नियुक्ति फोल्डर नहीं मिलने से विलंब हो रहा है।
इन प्रखंडों में सबसे अधिक लंबित है नियोजन फोल्डर
बिहपुर - 295
पीरपैंती - 254
कहलगांव - 271
नाथनगर - 164
रंगड़ा चौक - 161
नारायणपुर - 133
--------------
188 के विरूद्ध कराई जा चुकी है प्राथमिकी
बार-बार स्मार पत्र देने के बाद पंचायत नियोजन इकाई द्वारा नियोजित शिक्षकों का मूल मेधा सूची जमा नहीं करने वाली पंचायत नियोजन इकाई के विरूद्ध डीपीओ स्थापना द्वारा जनवरी 2016 में ही प्राथमिकी दर्ज कराई जा चुकी है। बावजूद इसके अभी जिले में करीब 1600 पंचायत शिक्षकों की निगरानी जांच लंबित है।
76 फर्जी शिक्षकों के विरूद्ध हो चुकी है प्राथमिकी
बता दे कि निगरानी जांच में पाए गए फर्जी अंक पत्र के आधार पर अब तक 76 शिक्षकों के विरूद्ध निगरानी इंस्पेक्टर द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई जा चुकी है। विगत वर्ष नवंबर में 47 एवं दिसंबर में 29 शिक्षकों के विरूद्ध आदमपुर थाने में केस किया गया है। निगरानी इंस्पेक्टर एसके सरोज का साफ कहना है कि जांच में जो फर्जी पाए जाएंगे, उन्हें हर हाल में जेल की हवा खानी होगी।
निगरानी इंस्पेक्टर एसके सरोज ने जिला शिक्षा विभाग को पत्र प्रेषित कर जांच के लिए लंबित 1600 पंचायत शिक्षकों का मूल मेधा सूची के साथ नियुक्ति फोल्डर की मांग की है। जो अब तक अप्राप्त है।
बीईओ व साधनसेवी की बैठक 16 को
जिला शिक्षा विभाग के डीपीओ स्थापना संजय कुमार ने 16 मई को दोपहर 12:30 बजे अपने कार्यालय कक्ष में सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों एवं साधनसेवियों की बैठक बुलाई है। जिसमें उन्हें लंबित पंचायत नियोजन इकाई से नियुक्त शिक्षकों का मूल मेधा सूची के साथ नियुक्ति फोल्डर जमा कराने का निर्देश दिया जाएगा। बता दे कि पंचायत शिक्षकों की निगरानी जांच प्रक्रिया में नियुक्ति फोल्डर नहीं मिलने से विलंब हो रहा है।
इन प्रखंडों में सबसे अधिक लंबित है नियोजन फोल्डर
बिहपुर - 295
पीरपैंती - 254
कहलगांव - 271
नाथनगर - 164
रंगड़ा चौक - 161
नारायणपुर - 133
--------------
188 के विरूद्ध कराई जा चुकी है प्राथमिकी
बार-बार स्मार पत्र देने के बाद पंचायत नियोजन इकाई द्वारा नियोजित शिक्षकों का मूल मेधा सूची जमा नहीं करने वाली पंचायत नियोजन इकाई के विरूद्ध डीपीओ स्थापना द्वारा जनवरी 2016 में ही प्राथमिकी दर्ज कराई जा चुकी है। बावजूद इसके अभी जिले में करीब 1600 पंचायत शिक्षकों की निगरानी जांच लंबित है।
76 फर्जी शिक्षकों के विरूद्ध हो चुकी है प्राथमिकी
बता दे कि निगरानी जांच में पाए गए फर्जी अंक पत्र के आधार पर अब तक 76 शिक्षकों के विरूद्ध निगरानी इंस्पेक्टर द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई जा चुकी है। विगत वर्ष नवंबर में 47 एवं दिसंबर में 29 शिक्षकों के विरूद्ध आदमपुर थाने में केस किया गया है। निगरानी इंस्पेक्टर एसके सरोज का साफ कहना है कि जांच में जो फर्जी पाए जाएंगे, उन्हें हर हाल में जेल की हवा खानी होगी।