मुजफ्फरपुर : पीएचडी डिग्री धारकों की बैठक डॉ. नूर आलम खां की
अध्यक्षता में मिल्लत कॉलोनी तीनकोठिया में हुई। इसमें पांच सूत्री
प्रस्ताव पारित किया गया। कहा गया कि पीएचडी डिग्रीधारकों को उम्र सीमा में
छूट देते हुए टीईटी/एसटीईटी एवं बीएड से मुक्त करते हुए शिक्षक के रूप में
सीधा नियोजित किया जाए। नियोजित नहीं होने तक सम्मानजनक जीवनयापन भत्ता
मिले।
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131 पंचायतों के शिक्षक नियोजन का हुआ अनुमोदन
सारण। काफी जद्दोजहद के बाद भी शिक्षा विभाग 323 पंचायतों में मात्र 131
पंचायत के (वर्ग 1-5) प्रारंभिक शिक्षक नियोजन इकाई का अनुमोदन कर पाया है।
हालांकि इसके बाद प्रारंभिक शिक्षकों के नियोजन पत्र वितरण करने का रास्ता
साफ हो गया। लेकिन अभी 192 पंचायतों के प्रारंभिक शिक्षकों को नियोजन पत्र
अनुमोदन ना होने के कारण नहीं मिल सकेगा। प्रखंड शिक्षकों की स्थित तो और
खराब है। मात्र रिविलगंज प्रखंड का ही अनुमोदन हो पाया है। प्रारंभिक
शिक्षक नियोजन इकाई के लिए शिक्षक अभ्यर्थी पिछले पांच माह से नियोजन पत्र
के लिए नियोजन इकाई, जिला कार्यक्रम स्थापना एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी के
कार्यालय में चक्कर लगा रहे है, लेकिन उन्हें नियोजन पत्र नहीं मिल रहा है।
निगरानी जांच में नियोजन इकाइयों का खेल
मुजफ्फरपुर : माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूलों में बहाल शिक्षकों की चल
रही निगरानी जांच में नियोजन इकाइयों का खूब खेल चल रहा है। इनकी ओर से
सही आंकड़े व प्रमाणपत्र नहीं देने से जांच की गति काफी धीमी है। अगर यही
स्थिति रही तो एक साल में भी जांच की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकेगी।
विभागीय पचड़े में उलझी शिक्षक नियोजन की जांच
मुजफ्फरपुर : शिक्षक नियोजन में बड़े पैमाने पर हुई गड़बड़ी की जांच कर रही निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की गतिविधियां शिक्षा विभाग के पचड़े में उलझती नजर आ रही है. जांच शुरू हुए तीन महीने से अधिक हो गये, लेकिन कोई खास उपलब्धि नहीं दिख रही. यहां तक कि अभी विभाग ने जांच के लिए दूसरे चरण का फोल्डर भी दुरुस्त करके नहीं दिया है.
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