पटना.शिक्षा मंत्री डॉ. अशोक चौधरी ने कहा कि बीपीएससी के
अलावा विश्वविद्यालय सेवा आयोग के माध्यम से जल्द ही 6500 शिक्षकों की
नियुक्ति कराई जाएगी। यह नियुक्ति बीपीएससी के अतिरिक्त होगी। बीपीएससी से
अभी तक अंग्रेजी, मैथिली, अर्थशास्त्र, मनोविज्ञान और दर्शनशास्त्र में 763
शिक्षकों की अनुशंसा मिल चुकी है।
राजभवन में कुलपतियों की बैठक में उन्होंने कहा - सरकार से जो प्राध्यापक वेतन पाते हैं, वे कॉलेज में कम से कम पांच घंटे रह कर क्लास लें। कुलपति यह सुनिश्चित करें। पूरे राज्य में समरूप शैक्षणिक पंचांग लागू कराना होगा। नामांकन, परीक्षा एवं रिजल्ट सभी विश्वविद्यायलों में पूर्व प्रकाशित और सही समय पर पूरा हो। 2017-18 से सभी विवि अपना शैक्षणिक कैलेंडर घोषित करें। उन्होंने बताया कि सहायक प्रोफेसरों की बहाली के लिए बीपीएससी को विभिन्न विषयों में 3346 रिक्तियां भेजी गई थीं। इनमें से 763 की अनुशंसा मिल गई है।
वीसी-प्राेवीसी से बोले सीएम- सरकार
आपकी चिंता करती है, छात्रों को दें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा
नीतीश कुमार ने विश्वविद्यालयों के
कुलपति और प्रतिकुलपति से कहा कि सरकार आपकी चिंता करती है, तो छात्रों को
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाना आपकी भी जिम्मेदारी है। छात्रों को सही शिक्षा
मिले, इस पर ध्यान दीजिए। एक जमाने में पटना विश्वविद्यालय का क्या रुतबा
था! पटना साइंस कॉलेज में दाखिला हर छात्र की तमन्ना होती थी। हमें फिर से
उसी ऊंचाई को प्राप्त करना है। मुख्यमंत्री मंगलवार को राजभवन में आयोजित
कुलपति-प्रतिकुलपति सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि
हमारा मकसद उच्च शिक्षा में बिहार के ग्रॉस इनरालमेंट रेशियो को बढ़ा कर कम
से कम 30% पर लाना है। इसके लिए कई कदम उठाए गए हैं।
इस बैठक में जो आम राय उभरेगी, उससे
विश्वविद्यालयों के विकास के लिए सशक्त नीति बनेगी। विश्वविद्यालयों और
कॉलेजों का एकेडमिक कैलेंडर होना चाहिए ताकि बिहार के छात्रों को राष्ट्रीय
स्तर पर आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं में नुकसान नहीं हो। नालंदा
विश्वविद्यालय को फिर से पुनर्जीवित किया जा रहा है। राज्य सरकार ने इसके
लिए जमीन उपलब्ध करा दी है। मैं चाहता हूं कि नालंदा विश्वविद्यालय जल्द
अपने कैंपस में काम करना शुरू कर दे।
विश्वविद्यालय सेवा आयोग की जल्द बन जाएगी नियमावली
मुख्यमंत्री
ने कहा कि जहां तक विवि और कॉलेजों में शिक्षकों की कमी का मुद्दा है, तो
विश्वविद्यालय सेवा आयोग के गठन का निर्णय हुआ है। जल्द ही नियमावली बनाई
जाएगी। विश्वविद्यालयों में शिक्षकों का जो बल उपलब्ध है, उसका सदुपयोग
होना चाहिए। विश्वविद्यालय और कॉलेज में एक्स्ट्रा कॅरिकुलम एक्टीविटीज भी
होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा में
सहयोग के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की शुरुआत की गई है। कुलपति और
प्रतिकुलपति इसका प्रचार करें। स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के साथ-साथ अन्य तरह
की छात्रवृत्ति भी वैकल्पिक रूप में जारी रहेगी।
हर यूनिवर्सिटी पांच-पांच गांव गोद लें, एकेडमिक
कैलेंडर का पालन हो
राज्यपाल
रामनाथ कोविंद ने कहा कि प्रत्येक विवि को पांच-पांच गांव गोद लेकर सात
निश्चय और केंद्र सरकार की विकास व कल्याणकारी योजनाओं को गांवों तक
पहुंचाएं। समय पर नामांकन, परीक्षा और परीक्षा फल प्रकाशन के लिए एकेडमिक
कैलेंडर का शत प्रतिशत पालन करें। वे राजभवन में कुलपतियों व प्रति
कुलपतियों के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने विश्वविद्यालय की सभी गतिविधियों को ऑनलाइन करने की आवश्यकता जतायी। दीक्षांत समारोह के लिए देशज परिधान की व्यवस्थाकरने का भी सुझाव दिया। विश्वविद्यालयों को अपनी सेवाओं में पारदर्शिता एवं नियमितता के उद्देश्य से आईटी का अधिक प्रयोग करना चाहिए। विश्वविद्यालयों में गुणवत्ता विकास के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए कुलाधिपति सम्मान देने का निर्णय लिया जा सकता है। विवि परिसरों एवं छात्रावास में विवि व्यवस्था और अनुशासन पर विशेष ध्यान होना चाहिए। उन्होंने छात्र संघ चुनाव कराने और सीनेट-सिंडिकेट की बैठक नियमित करने की सलाह दी। छात्रावासों, पुस्तकालयों, प्रयोगशालाओं, क्रीड़ा स्थलों के विकास, एनसीसी एवं एनएसएस की गतिविधियों को तेज करने का भी सुझाव दिया।