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शिक्षा में सुधार को कदम

 सूबे के प्रारंभिक और मध्य विद्यालयों में पढ़ा रहे हजारों अप्रशिक्षित शिक्षकों को सरकार प्रशिक्षण देना चाहती है। शिक्षण एक विशेष कौशल है, जो बिना प्रशिक्षण के विकसित नहीं होता। विश्वविद्यालयों से सामान्य डिग्री लेकर निकलने वाले किसी भी व्यक्ति को सीधे स्कूल की कक्षा में भेज देना उचित नहीं है।

सात सौ में दो सौ भी छात्र नहीं होते उपस्थित

बेगूसराय। शिक्षा को लेकर शहर के स्लम एरिया में अब भी जागरूकता की भारी कमी है। सरकार हर वर्ग को सामान्य शिक्षा मुहैया कराने के उद्देश्य से कई योजनाएं संचालित कर रही हैं। साथ ही अधिक से अधिक बच्चों को विद्यालय से जोड़ने के लिए कई आकर्षक योजनाओं के तहत खाना, कपड़ा और नकद रुपये भी दे रही है।

शिक्षक कम से कम पांच घंटे रहें कॉलेज में : राजभवन

पटना। राजभवन ने विश्वविद्यालयों से कहा है कि वे यह सुनिश्चित करें कि शिक्षक कम से कम पांच घंटे कॉलेज में बिताएं। विश्वविद्यालयों में वित्तीय अनियमितता पर हर हाल में अंकुश लगे। इसके लिए कॉलेज और विश्वविद्यालय प्रशासन सख्त कदम उठाएं।

पारा 43 पार, स्कूलों में झुलस रहे बच्चे

लखीसराय। सूर्यदेव की प्रचंड तेज व 43 डिग्री तापमान से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। वहीं इस भीषण गर्मी में जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे भी झुलस रहे हैं। पारा बढ़ने एवं लू को देखते हुए शिक्षा विभाग ने भले ही प्रारंभिक एवं माध्यमिक विद्यालयों का संचालन प्रात:कालीन कर दिया है।

विद्यालयों में अब तक नहीं पहुंची बिजली

सहरसा। प्रखंड क्षेत्र की भौगोलिक बनावट को बाधक समझो अथवा सरकार की नीति में खामियों का असर। प्रखंड के 137 प्राथमिकी व मध्य विद्यालयों में पढ़ने वाले लाखों छात्रों में से किसी भी विद्यालय के छात्रों को विद्यालय में बिजली के पंखा की हवा लगाने का सौभाग्य नहीं मिल सका है।

उच्च श्रेणी शिक्षक से प्रधानाध्यापक के लिए की जाएगी पदोन्नति

उच्च श्रेणी शिक्षक पद से माध्यमिक विद्यालयों के प्रधान अध्यापक पदों पर पदोन्नति के लिए शिक्षा विभाग ने पात्रता रखने वाले शिक्षकों की गोपनीय चरित्रावली तीन प्रतियों में तीन दिन के भीतर मांगी है।

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