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ढाई लाख से अधिक शिक्षकों की बहाली , कोर्ट में पांच अप्रैल को सुनवाई

बिहार सरकार सूबे में करीब ढाई लाख से अधिक शिक्षकों की बहाली करने वाली है. यह नियोजन छठे और सातवें चरण को मिलाकर किया जाना है. यह जानकारी बिहार विधानसभा के अंदर प्रश्नोत्तरकाल के दौरान बिहार के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने दी. उन्होंने कहा कि छठे चरण में प्राथमिक से लेकर प्लस टू तक के शिक्षक बहाल किये जायेंगे. जिसके लिए कोर्ट के फैसले का इंतजार मात्र बांकि है.

नियोजित शिक्षक भी अब बिहार के टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज डायट, पीटीइसी व बाइट में व्याख्याता बनेंगे

 पटना. राज्य के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत अहर्ताधारी नियोजित शिक्षक भी अब बिहार के टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज डायट, पीटीइसी व बाइट में व्याख्याता बनेंगे. पटना उच्च न्यायालय में दायर याचिका अजय कुमार तिवारी व अन्य बनाम राज्य सरकार एवं अन्य के निष्पादन करते हुए न्यायाधीश अनिल कुमार उपाध्याय ने यह आदेश दिया है.

Teachers Recruitment : शिक्षक भर्ती से जुड़े कई अहम फैसले, जनजातीय भाषा शिक्षकों की भर्ती जल्द

 नई दिल्ली. झारखंड में शिक्षकों की नियुक्ति अब नई नियमावली के आधार पर होगी. विधानसभा में यह जानकारी प्रभारी मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने भाजपा विधायक भनु प्रताप शाही की ओर से ध्यानाकर्षण के तहत पूछे गए सवाल के जवाब में दी. उन्होंने बताया कि पिछली सरकार की नियमावली में खामियों की वजह से 600 से अधिक मामले कोर्ट में लंबित हैं. इसके समाधान के लिए सरकार नई नियमावली बना रही है.

अप्रैल से सरकारी विद्यालय में शुरू होगा कैच-अप कोर्स

 अंबा। जिले के प्राथमिक, मध्य एवं उच्च विद्यालयों में पांच अप्रैल से कैचअप कोर्स की शुरुआत होगी। कैच अप कोर्स से ऐसे बच्चे पढ़ेंगे जो शैक्षिक सत्र 2021-22 में दूसरी कक्षा से दसवीं कक्षा तक में नामांकित हैं। शिक्षा विभाग ने

शिक्षकेत्तर कर्मियों के प्रतिनियोजन पर पुनर्विचार करें कुलपति

 सहरसा। सर्वनारायण सिंह रामकुमार सिंह महाविद्यालय छात्र संघ के निर्वाचित अध्यक्ष अंशु कुमार ने बड़े पैमाने पर कॉलेज के शिक्षकेत्तर कर्मियों को दूसरे कॉलेज में प्रतिनियोजित करने के मामले में पुनर्विचार की मांग की है।

तीन शिक्षकों के भरोसे चल रहा सात हाई स्कूल

 बगहा | हमारे संवाददाता

गंडक पर के बच्चे और बच्चियां अपने सुनहरे भविष्य का तानाबाना बुनने को तैयार बैठे है। लेकिन संसाधनों की कमी बेहतर भविष्य की उड़ान में बाधा बन गया है। मेधावी छात्र और छात्राएं अब सिसक कर रह जा रहे हैं। कारण है विद्यालयों में गुरुजी का नहीं होना। जहां सात उच्च विद्यालय में महज तीन शिक्षक ही कार्यरत हैं।

शिक्षक कॉपी जांच में, विद्यालय में बंद है पठन-पाठन

 खगड़िया। कोरोना काल में 11 माह तक विद्यालयों में पठन- पाठन कार्य बंद रहा। अब विद्यालय खुले हैं लेकिन पठन-पाठन व्यवस्था पटरी पर नहीं लौटी है। विद्यालय खुलने के तुरंत बाद वर्ग नवम की परीक्षा ली गई। उसके

शिक्षकों ने जाना, 30 दिन में कैसे पढ़ाएं एक साल का कोर्स

 कैच‌अप कोर्स चलाने के लिए शिक्षकों को मिला प्रशिक्षण

जिले के सभी संकुल से दो-दो शिक्षक होंगे प्रशिक्षित

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