बांका। होली में भी शिक्षकों को वेतन के लाले पड़ेंगे। इससे शिक्षकों में
मायूसी छाई हुई है। पिछले चार महीने से नियमित एवं नियोजित शिक्षकों को
वेतन का भुगतान नहीं हो पाया है।
जिससे शिक्षक महाजनों के दरवाजे पर पहुंचकर ब्याज पर पैसे मांग रहे है। लेकिन सरकार शिक्षकों के दर्द को सरकार अनदेखी कर रही है। समय से वेतन नही मिलने से खासकर बीमारी से ग्रसित शिक्षकों की दवा पर भी आफत है। इधर, बीआरसी सूत्रों की माने तो वेतन नहीं मिलने का सबसे बड़ा कारण आवंटन का अभाव बताया जा रहा है। ज्ञात हो कि जिले में पांच हजार से अधिक शिक्षकों की संख्या है। ऐसे में वेतन नहीं मिलने से कई तरह की परेशानियों से जूझने पर मजबूर हो रहे हैं। इधर, शिक्षक नेता गौतम पासवान ने शिक्षकों को शीघ्र ही वेतन भुगतान की मांग की है।
जिससे शिक्षक महाजनों के दरवाजे पर पहुंचकर ब्याज पर पैसे मांग रहे है। लेकिन सरकार शिक्षकों के दर्द को सरकार अनदेखी कर रही है। समय से वेतन नही मिलने से खासकर बीमारी से ग्रसित शिक्षकों की दवा पर भी आफत है। इधर, बीआरसी सूत्रों की माने तो वेतन नहीं मिलने का सबसे बड़ा कारण आवंटन का अभाव बताया जा रहा है। ज्ञात हो कि जिले में पांच हजार से अधिक शिक्षकों की संख्या है। ऐसे में वेतन नहीं मिलने से कई तरह की परेशानियों से जूझने पर मजबूर हो रहे हैं। इधर, शिक्षक नेता गौतम पासवान ने शिक्षकों को शीघ्र ही वेतन भुगतान की मांग की है।