कई तरह की अनियमितता के मामले में हसनपुरा के बीईओ परमानंद मिश्रा को
विभागीय स्तर पर सस्पेंड करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके लिए तैयारी
की जा रही है। इस संदर्भ में प्राथमिक शिक्षा निदेशक अरविंद कुमार वर्मा
ने डीईओ से साक्ष्य की मांग की है। इस संदर्भ में निदेशक ने दिनांक 12
दिसंबर को पत्रांक 1322 के माध्यम से निर्देश जारी किया है।
इसमें कहा है कि डीईओ द्वारा आ जुलाई 2016 काे बीईओ पर आरोपित गठित की गई है, साथ ही सस्पेंड करने की अनुशंसा की गई है। लेकिन, आरोप से संबंधित साक्ष्य नहीं दिया गया है। जबकि पत्र के माध्यम से कई बार साक्ष्य की मांग की गयी है। यह बेहद खेदजनक है।
निदेशक ने कहा है कि आरोप से संबंधित साक्ष्य एक सप्ताह के अंदर ईमेल या निबंधित डाक से उपलब्ध कराएं। ताकि, इस संदर्भ में आगे की कर्रवाई की जा सके। निदेशक द्वारा जारी पत्र के अनुसार यह मामला वर्ष 2016 का है। ऐसा बताया जा रहा है कि बीईओ पर वर्ष 2016 में कई तरह का आरोप लगाया गया था। इसमें शिक्षक नियोजन में अनियमितता, एक महिला शिक्षिका से दुर्व्यवहार समेत अन्य कई मामला शामिल है। अनियमितता सामने आने पर तत्कालीन डीएम महेंद्र कुमार ने ही बीईओ पर कार्रवाई करने का निर्देश तत्कालीन डीईओ को दिया। इसी के बाद बीईओ पर प्रपत्र का गठन कर निदेशक के पास भेजा गया। लेकिन, अब तक इस पर कार्रवाई नहीं हुई है। जिस तरह निदेशक ने पत्र जारी किया है, उससे लगता है कि कार्रवाई की प्रकिया में तेजी आ गई है।
जिले का हसनपुरा बीआरसी, जहां पर बीईअो का है ऑफिस।।
निरीक्षण में बंद पाया गया स्कूल, हेडमास्टर से शो कॉज
अांदर प्रखंड के उत्क्रमित मिडिल स्कूल, रकौली बंद पाया गया। इस पर बीईओ ने हेडमास्टर से शो कॉज किया है। शुक्रवार की दोपहर करीब दो बजे दरौली के विधायक ने स्कूल का निरीक्षण किया था। इस दौरान स्कूल बंद पाया गया है। जबकि स्कूल का संचालन सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक करना है। बीईओ ने हेडमास्टर से शो कॉज का जवाब 24 घंटे के अंदर मांगा है। निरीक्षण के बाद वहां पर पदस्थापित शिक्षकों के बीच खलबली मच गई है। स्कूल बंद होने से यह स्पष्ट हो रहा है कि इस स्कूल का संचालन किसी भी दिन शाम चार बजे तक नहीं किया जाता है।
10 दिनों के अंदर रिपोर्ट देने का निर्देश
सिसवन के बीईओ गुलाम सरवर ने प्रखंड के सभी सीआरसीसी व हेडमास्टरों को निर्देश दिया है कि वे पोषक क्षेत्र के बच्चों की संख्या से संबंधित रिपोर्ट 10 दिनों के अंदर दें। इस संदर्भ में सर्वशिक्षा अभियान के डीपीओ समरबहादुर सिंह ने रिपोर्ट मांगी है। साथ ही इसके लिए प्रपत्र जारी किया गया है। इसमें पोषक क्षेत्र में वार्डवार महादलित, दलित, अल्पसंख्यक, अतिपिछड़ा वर्ग जाति से संबंधित आंकड़ा जमा करना है। इस निर्देश के बाद हेडमास्टर इसे तैयार करने में जुट गए है। बीईओ ने कहा है कि 10 दिनों के अंदर रिपोर्ट नहीं देने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
इसमें कहा है कि डीईओ द्वारा आ जुलाई 2016 काे बीईओ पर आरोपित गठित की गई है, साथ ही सस्पेंड करने की अनुशंसा की गई है। लेकिन, आरोप से संबंधित साक्ष्य नहीं दिया गया है। जबकि पत्र के माध्यम से कई बार साक्ष्य की मांग की गयी है। यह बेहद खेदजनक है।
निदेशक ने कहा है कि आरोप से संबंधित साक्ष्य एक सप्ताह के अंदर ईमेल या निबंधित डाक से उपलब्ध कराएं। ताकि, इस संदर्भ में आगे की कर्रवाई की जा सके। निदेशक द्वारा जारी पत्र के अनुसार यह मामला वर्ष 2016 का है। ऐसा बताया जा रहा है कि बीईओ पर वर्ष 2016 में कई तरह का आरोप लगाया गया था। इसमें शिक्षक नियोजन में अनियमितता, एक महिला शिक्षिका से दुर्व्यवहार समेत अन्य कई मामला शामिल है। अनियमितता सामने आने पर तत्कालीन डीएम महेंद्र कुमार ने ही बीईओ पर कार्रवाई करने का निर्देश तत्कालीन डीईओ को दिया। इसी के बाद बीईओ पर प्रपत्र का गठन कर निदेशक के पास भेजा गया। लेकिन, अब तक इस पर कार्रवाई नहीं हुई है। जिस तरह निदेशक ने पत्र जारी किया है, उससे लगता है कि कार्रवाई की प्रकिया में तेजी आ गई है।
जिले का हसनपुरा बीआरसी, जहां पर बीईअो का है ऑफिस।।
निरीक्षण में बंद पाया गया स्कूल, हेडमास्टर से शो कॉज
अांदर प्रखंड के उत्क्रमित मिडिल स्कूल, रकौली बंद पाया गया। इस पर बीईओ ने हेडमास्टर से शो कॉज किया है। शुक्रवार की दोपहर करीब दो बजे दरौली के विधायक ने स्कूल का निरीक्षण किया था। इस दौरान स्कूल बंद पाया गया है। जबकि स्कूल का संचालन सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक करना है। बीईओ ने हेडमास्टर से शो कॉज का जवाब 24 घंटे के अंदर मांगा है। निरीक्षण के बाद वहां पर पदस्थापित शिक्षकों के बीच खलबली मच गई है। स्कूल बंद होने से यह स्पष्ट हो रहा है कि इस स्कूल का संचालन किसी भी दिन शाम चार बजे तक नहीं किया जाता है।
10 दिनों के अंदर रिपोर्ट देने का निर्देश
सिसवन के बीईओ गुलाम सरवर ने प्रखंड के सभी सीआरसीसी व हेडमास्टरों को निर्देश दिया है कि वे पोषक क्षेत्र के बच्चों की संख्या से संबंधित रिपोर्ट 10 दिनों के अंदर दें। इस संदर्भ में सर्वशिक्षा अभियान के डीपीओ समरबहादुर सिंह ने रिपोर्ट मांगी है। साथ ही इसके लिए प्रपत्र जारी किया गया है। इसमें पोषक क्षेत्र में वार्डवार महादलित, दलित, अल्पसंख्यक, अतिपिछड़ा वर्ग जाति से संबंधित आंकड़ा जमा करना है। इस निर्देश के बाद हेडमास्टर इसे तैयार करने में जुट गए है। बीईओ ने कहा है कि 10 दिनों के अंदर रिपोर्ट नहीं देने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।