जिले के मिडिल स्कूलों में पदस्थापित 2073 प्रखंड शिक्षकों को होली पर्व पर
भी वेतन मिलने की उम्मीद नहीं है। ट्रेजरी में खाता लॉक होने की वजह से
वेतन भुगतान नहीं हो रहा है। जबकि वेतन भुगतान के लिए राज्य सरकार ने राशि
जारी कर दी है। इससे शिक्षकों ने आमरण अनशन करने की चेतावनी दी है।
सर्वशिक्षा अभियान के तहत 9200 शिक्षकों को मिलने वाली राशि से भी बुधवार
को वेतन भुगतान नहीं हुआ।
जबकि बुधवार की सुबह में ही शिक्षकों के निगेटिव सूची डीपीओ स्थापना शाखा से उतर बिहार ग्रामीण बैंक की मुख्य शाखा में भेज दी गई। लेकिन बैंक कर्मियों की उदासीनता की वजह से शिक्षकों के खाते में राशि नहीं गई। बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ अंचल इकाई पचरुखी के सचिव जयप्रकाश सिंह एवं अनुमंडल उप प्रधान सचिव राकेश कुमार सिंह ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन देकर जीओबी मद के 2073 शिक्षकों का वेतन भुगतान होली से पूर्व कराने की मांग की है।
एक स्कूल के क्लास में बच्चे।
फंड रहने पर भी वेतन नहीं देना मानवाधिकार का हनन
नेताद्वय ने बताया कि जिले में जीओबी मद में वेतन एवं अंतरवेतन की पर्याप्त राशि रहने एवं सरकार के निर्देश के बावजूद नियोजित शिक्षकों के वेतन भुगतान की संभावना क्षीण होती जा रही है।जो कि ना केवल दुखद है बल्कि मानवाधिकार का उल्लंघन भी है। नेताद्वय ने आवेदन देकर कहा है कि अगर शिक्षकों का वेतन भुगतान होली के पूर्व नहीं होता है तो शिक्षकों के दबाव में बाध्य होकर डीईओ कार्यालय के समक्ष आमरण अनशन करना पड़ेगा। लगे हाथों बताते चलें कि जिले में जीओबी मद से वेतन भुगतान होने वाले नियोजित शिक्षकों की संख्या 2073 है। वेतन और अंतरवेतन के लिए पर्याप्त राशि के बावजूद विभागीय लापरवाही से ट्रेजरी लॉक हो गया है।इसके पहले डीपीओ पद पर पदस्थापन और प्रभार में उलझने के कारण पहले ही काफी देर हो चुकी है।इस संबंध में शिक्षक नेता जयप्रकाश सिंह के डीएम को दिए आवेदन पर पदस्थापना हुई थी। लेकिन पुनः विभागीय लापरवाही के कारण ट्रेजरी लॉक हो गया है।इसको लेकर शिक्षकों में नाराजगी है तथा होली जैसे महत्वपूर्ण त्यौहार पर वेतन नहीं मिल पाने से तनावग्रस्त हैं। इधर शिक्षक नेता मंगल कुमार साह ने बताया कि बैंक के अफसरों से होली पर्व को देखते हुए बुधवार को वेतन भुगतान करने का अनुरोध किया था। फिर भी कुछ नहीं हुआ।
जबकि बुधवार की सुबह में ही शिक्षकों के निगेटिव सूची डीपीओ स्थापना शाखा से उतर बिहार ग्रामीण बैंक की मुख्य शाखा में भेज दी गई। लेकिन बैंक कर्मियों की उदासीनता की वजह से शिक्षकों के खाते में राशि नहीं गई। बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ अंचल इकाई पचरुखी के सचिव जयप्रकाश सिंह एवं अनुमंडल उप प्रधान सचिव राकेश कुमार सिंह ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन देकर जीओबी मद के 2073 शिक्षकों का वेतन भुगतान होली से पूर्व कराने की मांग की है।
एक स्कूल के क्लास में बच्चे।
फंड रहने पर भी वेतन नहीं देना मानवाधिकार का हनन
नेताद्वय ने बताया कि जिले में जीओबी मद में वेतन एवं अंतरवेतन की पर्याप्त राशि रहने एवं सरकार के निर्देश के बावजूद नियोजित शिक्षकों के वेतन भुगतान की संभावना क्षीण होती जा रही है।जो कि ना केवल दुखद है बल्कि मानवाधिकार का उल्लंघन भी है। नेताद्वय ने आवेदन देकर कहा है कि अगर शिक्षकों का वेतन भुगतान होली के पूर्व नहीं होता है तो शिक्षकों के दबाव में बाध्य होकर डीईओ कार्यालय के समक्ष आमरण अनशन करना पड़ेगा। लगे हाथों बताते चलें कि जिले में जीओबी मद से वेतन भुगतान होने वाले नियोजित शिक्षकों की संख्या 2073 है। वेतन और अंतरवेतन के लिए पर्याप्त राशि के बावजूद विभागीय लापरवाही से ट्रेजरी लॉक हो गया है।इसके पहले डीपीओ पद पर पदस्थापन और प्रभार में उलझने के कारण पहले ही काफी देर हो चुकी है।इस संबंध में शिक्षक नेता जयप्रकाश सिंह के डीएम को दिए आवेदन पर पदस्थापना हुई थी। लेकिन पुनः विभागीय लापरवाही के कारण ट्रेजरी लॉक हो गया है।इसको लेकर शिक्षकों में नाराजगी है तथा होली जैसे महत्वपूर्ण त्यौहार पर वेतन नहीं मिल पाने से तनावग्रस्त हैं। इधर शिक्षक नेता मंगल कुमार साह ने बताया कि बैंक के अफसरों से होली पर्व को देखते हुए बुधवार को वेतन भुगतान करने का अनुरोध किया था। फिर भी कुछ नहीं हुआ।