बिहार विद्यालय परीक्षा समिति अब मैट्रिक व इंटर परीक्षा की कॉपियों के
मूल्यांकन के लिए मिलने वाली पारिश्रमिक राशि सीधे शिक्षकों के खाते में
डाली जाएगी। बिहार बोर्ड ने इसके लिए सभी जिलों से प्रधान परीक्षकों एवं सह
परीक्षकों का ब्यौरा मांगा है।
बिहार बोर्ड के सचिव अनूप कुमार सिन्हा ने सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी व मूल्यांकन केंद्र निदेशकों को पत्र लिखकर इस फैसले की जानकारी दी है।
अधिकारियों को लिखे पत्र में बोर्ड ने कहा है कि मैट्रिक व इंटर परीक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन कार्य में संलग्न सभी प्रधान परीक्षकों एवं सह परीक्षकों को पारिश्रमिक की राशि पहले मूल्यांकन केंद्र निदेशक को बैंक ड्राफ्ट के माध्यम से उपलब्ध कराई जाती थी। इसका भुगतान मूल्यांकन केंद्र निदेशक द्वारा किया जाता था। मूल्यांकन केंद्र निदेशकों की कार्यशाला में यह तथ्य संज्ञान में आया था कि इस व्यवस्था में पारिश्रमिक के भुगतान में विलंब होता है। इसलिए यह निर्णय लिया गया है कि इस साल इंटर व मैट्रिक परीक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन कार्य में संलग्न प्रधान परीक्षकों व सह परीक्षकों को पारिश्रमिक भुगतान सीधे उनके खाते में किया जाएगा।
हालांकि बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि पारिश्रमिक की राशि का सीधे उनके बैंक खाते में डाली जाएगी, जबकि इस साल यात्रा भत्ता, सवारी भत्ता, ठहराव भत्ता अल्पाहार, मूल्यांकन कार्य में संलग्न तृतीय व चतुर्थ वर्ग के कर्मियों, पुलिस बल, दंडाधिकारी एवं कंटिंजेंसी खर्च का भुगतान पहले की तरह ही मूल्यांकन केंद्र निदेशक द्वारा ही किया जाएगा। इसकी राशि पहले ही मूल्यांकन केंद्र निदेशकों की खाते में उपलब्ध करा दी गई है।
स्थानीय स्तर पर नियुक्त शिक्षकों को भी जोड़ा जाएगा
मूल्यांकन के लिए स्थानीय स्तर पर भी नियुक्त शिक्षकों को बोर्ड के पोर्टल पर ऑनलाइन जोड़ा जाएगा। इसके लिए भी निर्देश दिए गए हैं। बोर्ड की वेबसाइट पर एड न्यू टीचर के लिंक पर जाकर शिक्षकों की डिटेल्स अपडेट करनी होगी।
पारिश्रमिक की राशि भी बढ़ी
बोर्ड ने मूल्यांकन के लिए प्रतिदिन निर्धारित राशि में भी बढ़ोत्तरी कर दी है। पहले मूल्यांकन केंद्र निदेशक को प्रतिदिन 700 रुपए मिलते थे, अब उन्हें 900 रुपए मिलेंगे। जबकि समन्वयक को 600 के बदले 700 रुपए मिलेंगे। सहायक मूल्यांकन केंद्र निदेशक मैट्रिक को भी 700 रुपए मिलेंगे।
बिहार बोर्ड के सचिव अनूप कुमार सिन्हा ने सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी व मूल्यांकन केंद्र निदेशकों को पत्र लिखकर इस फैसले की जानकारी दी है।
अधिकारियों को लिखे पत्र में बोर्ड ने कहा है कि मैट्रिक व इंटर परीक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन कार्य में संलग्न सभी प्रधान परीक्षकों एवं सह परीक्षकों को पारिश्रमिक की राशि पहले मूल्यांकन केंद्र निदेशक को बैंक ड्राफ्ट के माध्यम से उपलब्ध कराई जाती थी। इसका भुगतान मूल्यांकन केंद्र निदेशक द्वारा किया जाता था। मूल्यांकन केंद्र निदेशकों की कार्यशाला में यह तथ्य संज्ञान में आया था कि इस व्यवस्था में पारिश्रमिक के भुगतान में विलंब होता है। इसलिए यह निर्णय लिया गया है कि इस साल इंटर व मैट्रिक परीक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन कार्य में संलग्न प्रधान परीक्षकों व सह परीक्षकों को पारिश्रमिक भुगतान सीधे उनके खाते में किया जाएगा।
हालांकि बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि पारिश्रमिक की राशि का सीधे उनके बैंक खाते में डाली जाएगी, जबकि इस साल यात्रा भत्ता, सवारी भत्ता, ठहराव भत्ता अल्पाहार, मूल्यांकन कार्य में संलग्न तृतीय व चतुर्थ वर्ग के कर्मियों, पुलिस बल, दंडाधिकारी एवं कंटिंजेंसी खर्च का भुगतान पहले की तरह ही मूल्यांकन केंद्र निदेशक द्वारा ही किया जाएगा। इसकी राशि पहले ही मूल्यांकन केंद्र निदेशकों की खाते में उपलब्ध करा दी गई है।
स्थानीय स्तर पर नियुक्त शिक्षकों को भी जोड़ा जाएगा
मूल्यांकन के लिए स्थानीय स्तर पर भी नियुक्त शिक्षकों को बोर्ड के पोर्टल पर ऑनलाइन जोड़ा जाएगा। इसके लिए भी निर्देश दिए गए हैं। बोर्ड की वेबसाइट पर एड न्यू टीचर के लिंक पर जाकर शिक्षकों की डिटेल्स अपडेट करनी होगी।
पारिश्रमिक की राशि भी बढ़ी
बोर्ड ने मूल्यांकन के लिए प्रतिदिन निर्धारित राशि में भी बढ़ोत्तरी कर दी है। पहले मूल्यांकन केंद्र निदेशक को प्रतिदिन 700 रुपए मिलते थे, अब उन्हें 900 रुपए मिलेंगे। जबकि समन्वयक को 600 के बदले 700 रुपए मिलेंगे। सहायक मूल्यांकन केंद्र निदेशक मैट्रिक को भी 700 रुपए मिलेंगे।