बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ की बैठक रविवार को हुई। जिसकी अध्यक्षता
जिलाध्यक्ष संतोष कुमार तथा संचालन सदर अघ्यक्ष अरूण कुमार यादव ने किया।
बैठक में जिलाध्यक्ष ने कहा कि पांच माह से बकाया वेतन के कारण शिक्षकों
में भूखमरी के कगार पर हैं।
डीएम को भी इस बात पर ध्यान नहीं है। शिक्षकों के वेतन को होली जैसे महापर्व पर ससमय कराया जाए। एसएसए के डीपीओ को योगदान किए हुए लगभग 15 दिन बीत गए। शिक्षा विभाग की उदासीनता एवं निष्क्रियता के कारण अभी तक वेतन का भुगतान लंबित है। जबकि जिला में वेतन के लिए आवंटन प्राप्त हुए लगभग एक माह से अधिक गया है। फिर भी शिक्षा विभाग की उदासीनता के कारण वेतन पर ग्रहण लगता दिखाई दे रहा है। जिसके कारण शिक्षकों के चेहरे पर उदासी देखा जा रहा है। शिक्षा विभाग के इस रवैये को देखते हुए संघ की ओर से निर्णय लिया कि अगर तीन दिनों के अंदर वेतन का भुगतान नहीं हुआ तो जरूरत पड़ने पर डीईओ का घेराव तथा जिला शिक्षा कार्यालय की तालाबंदी किया जाएगा। इस बैठक में मसलुद्दीन अंसारी, दीपक गुप्ता, अरूण सिंह, नंद किशोर यादव, हामिद खां, सीमा कुमारी, जर्नादन सिंह, सरोज कुमार, मीना देवी आदि शिक्षक मौजूद रहे।
डीएम को भी इस बात पर ध्यान नहीं है। शिक्षकों के वेतन को होली जैसे महापर्व पर ससमय कराया जाए। एसएसए के डीपीओ को योगदान किए हुए लगभग 15 दिन बीत गए। शिक्षा विभाग की उदासीनता एवं निष्क्रियता के कारण अभी तक वेतन का भुगतान लंबित है। जबकि जिला में वेतन के लिए आवंटन प्राप्त हुए लगभग एक माह से अधिक गया है। फिर भी शिक्षा विभाग की उदासीनता के कारण वेतन पर ग्रहण लगता दिखाई दे रहा है। जिसके कारण शिक्षकों के चेहरे पर उदासी देखा जा रहा है। शिक्षा विभाग के इस रवैये को देखते हुए संघ की ओर से निर्णय लिया कि अगर तीन दिनों के अंदर वेतन का भुगतान नहीं हुआ तो जरूरत पड़ने पर डीईओ का घेराव तथा जिला शिक्षा कार्यालय की तालाबंदी किया जाएगा। इस बैठक में मसलुद्दीन अंसारी, दीपक गुप्ता, अरूण सिंह, नंद किशोर यादव, हामिद खां, सीमा कुमारी, जर्नादन सिंह, सरोज कुमार, मीना देवी आदि शिक्षक मौजूद रहे।