सीवान/रघुनाथपुर। एक संवाददाता
जिले के साढ़े 11 हजार नियोजित शिक्षकों को अक्सर वेतन के लाले पड़ रहे हैं। इसे लेकर शिक्षकों का दर्द छलक ही जा रहा है। शिक्षक नेताओं का कहना है कि सरकार हमसे सौतेला जैसे व्यवहार कर रही है। तभी तो एसएसए मद के
9 हजार शिक्षकों का तीन माह से लंबित वेतन में सिर्फ दो माह का ही भुगतान की है। वहीं जीओबी मद वाले 2 हजार एक सौ शिक्षकों को दो माह वेतन नहीं मिला है। इसके कारण ये शिक्षक भुखमरी के शिकार हो गए हैं। इसे लेकर शिक्षकों का संगठन बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ ने डीईओ और डीपीओ स्थापना (शिक्षा) से लंबित वेतन का जल्द से जल्द वेतन भुगतान करने की मांग की है। संघ के पचरुखी अंचल सचिव जयप्रकाश सिंह ने कहा कि शिक्षकों की हालत ऐसी हो गई है कि दुकानदार उधार का राशन देने में अब आनाकानी करने लगे हैं। ऐसे में वेतन का भुगतान जल्द से जल्द की जानी चाहिए। कहा कि राज्य सरकार द्वारा नियोजित शिक्षकों के वेतन मद में उन्नतीस करोड़ उन्नचालीस लाख सतासी हजार सात सौ अस्सी रुपये की राशि प्राप्त हुई हैं।जिससे जिले के दो हजार एक सौ शिक्षकों को चार माह तक लगातार वेतन भुगतान किया जा सकता है। जीओबी वेतन मद से अच्छादित शिक्षकों का वेतन राशि के अभाव में जुलाई 2021 से लंबित है। जबकि एसएसए मद वाले शिक्षकों का भी भुगतान जुलाई महीने तक ही हुआ है। सितंबर महीने की भी गिनती कर ली जाय तो एसएसए मद के शिक्षकों का अभी भी दो महीने का वेतन लंबित रह जाता है।