बक्सर । छात्र-छात्राओं के लिए दी जाने वाली छात्रवृत्ति एवं पोशाक की
राशि गबन मामले में निलंबित शिक्षक की दिनचर्या स्थानीय प्रखंड संसाधन
केंद्र में हाजिरी बनाकर निकल जाना हो गई है। निलंबन स्थिति में चौगाईं
बीआरसी में ड्यूटी बजा रहे शिक्षक को न तो विभाग द्वारा इन्हें कोई दायित्व
सौंपा गया है न ही कोई जिम्मेदारी।
अपनी मनमर्जी से प्रखंड संसाधन केंद्र में आना और हाजिरी बनाकर कुछ देर बाद निकल जाना दिनचर्या बन गई है। विभागीय सूत्रों की मानें तो केसठ प्रखंड के महादेवगंज म.वि. स्कूल में राशि गबन मामले में प्रभारी प्रधानाध्यापक लक्ष्मण प्रसाद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद निलंबन अवधि में सिर्फ गुजारा भत्ता पर चौगाईं बीआरसी में ड्यूटी बजाने का आदेश दिया गया था। लेकिन, विभागीय अधिकारियों द्वारा निलंबित शिक्षक को यहां कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई है। यहां कभी-कभार दर्शन देना और कुछ ही देर के बाद निकल जाने भर से मतलब रहता है। इसको लेकर समुदाय के लोगों में अनेक तरह की चर्चा सुनने को मिल रही है। क्या है मामला केसठ प्रखंड क्षेत्र के मध्य विद्यालय महादेवगंज में पदस्थापित प्रभारी प्रधानाध्यापक लक्ष्मण प्रसाद द्वारा वित्तीय वर्ष 2017-18 एवं 18-19 में छात्र-छात्राओं को सरकार द्वारा दी जानेवाली कल्याणकारी योजनाओं की राशि जैसे पोशाक छात्रवृत्ति एवं पुस्तक के हेतु दी गई राशि पत्र प्रधानाध्यापक द्वारा विद्यालय शिक्षा समिति के खाते में गया था। लेकिन, उक्त शिक्षक द्वारा राशि बच्चों के खाते के बजाए निजी खाते में राशि जमा कर ली गई। इसका भंडाफोड़ होने के बाद प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मो.शोएब अंसारी द्वारा नावानगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। मिली जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2017-18 में छात्रवृत्ति और पोशाक मद की राशि तथा वित्तीय वर्ष 2018-19 में पुस्तक क्रय के लिए दी गई राशि का हस्तांतरण छात्र-छात्राओं के खाते में न कर स्वयं के बचत खाते में गबन की नीयत से डाल दिए थे। - पहले भी है गबन की आशंका हेडमास्टर के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में जिक्र किया गया है आरोपित अप्रैल 2017 से विद्यालय के प्रभारी के रूप में कार्यरत है। पिछले वित्तीय वर्ष 16-17 के योजनाओं का वितरण इनके द्वारा किया गया है। आशंका व्यक्त की गई है कि इसी तरह का गबन पिछले वित्तीय वर्ष में भी की गई है। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी बक्सर के आदेश पर इन्हें निलंबित कर दिया गया और निलंबन की अवधि में प्रखंड संसाधन केंद्र चौगाई में ड्यूटी बजाने को कहा गया।
अपनी मनमर्जी से प्रखंड संसाधन केंद्र में आना और हाजिरी बनाकर कुछ देर बाद निकल जाना दिनचर्या बन गई है। विभागीय सूत्रों की मानें तो केसठ प्रखंड के महादेवगंज म.वि. स्कूल में राशि गबन मामले में प्रभारी प्रधानाध्यापक लक्ष्मण प्रसाद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद निलंबन अवधि में सिर्फ गुजारा भत्ता पर चौगाईं बीआरसी में ड्यूटी बजाने का आदेश दिया गया था। लेकिन, विभागीय अधिकारियों द्वारा निलंबित शिक्षक को यहां कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई है। यहां कभी-कभार दर्शन देना और कुछ ही देर के बाद निकल जाने भर से मतलब रहता है। इसको लेकर समुदाय के लोगों में अनेक तरह की चर्चा सुनने को मिल रही है। क्या है मामला केसठ प्रखंड क्षेत्र के मध्य विद्यालय महादेवगंज में पदस्थापित प्रभारी प्रधानाध्यापक लक्ष्मण प्रसाद द्वारा वित्तीय वर्ष 2017-18 एवं 18-19 में छात्र-छात्राओं को सरकार द्वारा दी जानेवाली कल्याणकारी योजनाओं की राशि जैसे पोशाक छात्रवृत्ति एवं पुस्तक के हेतु दी गई राशि पत्र प्रधानाध्यापक द्वारा विद्यालय शिक्षा समिति के खाते में गया था। लेकिन, उक्त शिक्षक द्वारा राशि बच्चों के खाते के बजाए निजी खाते में राशि जमा कर ली गई। इसका भंडाफोड़ होने के बाद प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मो.शोएब अंसारी द्वारा नावानगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। मिली जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2017-18 में छात्रवृत्ति और पोशाक मद की राशि तथा वित्तीय वर्ष 2018-19 में पुस्तक क्रय के लिए दी गई राशि का हस्तांतरण छात्र-छात्राओं के खाते में न कर स्वयं के बचत खाते में गबन की नीयत से डाल दिए थे। - पहले भी है गबन की आशंका हेडमास्टर के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में जिक्र किया गया है आरोपित अप्रैल 2017 से विद्यालय के प्रभारी के रूप में कार्यरत है। पिछले वित्तीय वर्ष 16-17 के योजनाओं का वितरण इनके द्वारा किया गया है। आशंका व्यक्त की गई है कि इसी तरह का गबन पिछले वित्तीय वर्ष में भी की गई है। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी बक्सर के आदेश पर इन्हें निलंबित कर दिया गया और निलंबन की अवधि में प्रखंड संसाधन केंद्र चौगाई में ड्यूटी बजाने को कहा गया।