छपरा (सारण) : वित्तरहित शिक्षकों को वेतन देना सरकार का दायित्व है,
लेकिन सरकार अपने दायित्वों का निर्वहन करने में नकारा बनी हुई है. उक्त
बातें पूर्व मंत्री डॉ महाचंद्र प्रसाद सिंह ने बिहार इंटरमीडिएट शिक्षक
एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ की ओर से जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के
समक्ष आयोजित धरना को संबोधित करते हुए रविवार को कही. उन्होंने कहा कि
शिक्षा मौलिक अधिकार है. वित्त रहित शिक्षक भी सरकार का कार्य करते हैं
जिन्हें उचित वेतन देने की जिम्मेदारी सरकार की है.
उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण शिक्षा व्यवस्था चौपट
होती जा रही है. जिलाध्यक्ष डॉ वीरेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि संघ इस लड़ाई
को मजबूती से लड़ने के लिए कमर कस कर तैयार है. सचिव लक्ष्मण प्रसाद यादव
ने ंकहा कि सरकार अगर शीघ्र मांगों को नहीं मानती है तो आंदोलन को और
धारदार बनाया जायेगा.
धरना को अरूण कुमार सिंह, अरूण कुमार यादव, जगदीश राय, रामप्रवेश
पंडित, प्रो भूपेन्द्र सिंह, प्रो रौशन कुमार, प्रो नवल सिंह, प्रो
सत्येन्द्र सिंह, प्रो रवि वर्मा, प्रो अजीत कुमार सिंह, प्रो गीता कुमारी,
सुधा कुमारी अजंता कुमारी आदि ने भाग लिया. जगदम कालेज मूल्यांकन केन्द्र
पर आयोजित धरना को संबोधित करते हुए संघ के नेताओं ने प्रभावी ढंग से
आंदोलन चलाने की घोषणा की है.
धरना के दौरान सोमवार को स्वच्छता अभियान चलाने, मंगलवार को सामूहिक
हवन करने और एवं एकदिवसीय उपवास रखने, गुरूवार को नंग धड़ंग प्रदर्शन और
महिला कर्मियों की ओर से थाली पीटो शुक्रवार को भीक्षाटन करने और बूट पॉलिश
करने की घोषणा की है. धरना को जितेन्द्र प्रसाद, मंजू कुमारी, नवल किशोर
सिंह, मधूप कुमार पांडेय, देवेन्द्र सिंह, रूपेश कुमार सिंह, मुन्ना सिंह,
अविनाश कुमार सिंह, आनंद कुमार सिंह, शशि भूषण सिंह, उपेन्द्र कुमार आदि ने
संबोधित किया.