पूर्णिया : इंटर के मूल्यांकन कार्य के बहिष्कार के दसवें दिन
शिक्षकों ने शहर में भिक्षाटन किया. इसी दौरान जेल का निरीक्षण कर लौट रहे
जिलाधिकारी पंकज कुमार पाल से भी आंदोलनकारी शिक्षकों का सामना हो गया. इस
दौरान डीएम ने शिक्षकों को भरोसा दिया कि उनकी मांगों से राज्य सरकार को
अवगत करा दिया जायेगा. शिक्षकों ने सरकारी गाड़ी में बैठे डीएम की ओर अपना
भिक्षा पात्र भी बढ़ाया. हालांकि डीएम की गाड़ी धीरे-धीरे आगे बढ़ गयी.
शिक्षकों का काफिला डीइओ कार्यालय भी पहुंचा, पर रविवार की छुट्टी के कारण
अमूमन दफ्तर बंद था. इंटर मूल्यांकन को लेकर एक-दो कर्मचारी थे, जिनसे
शिक्षकों ने दान लिया.
इससे पहले रोजाना की तरह पूर्णिया कॉलेज मूल्यांकन केंद्र के बाहर
शिक्षकों ने धरना दिया. दोपहर ढाई बजे के करीब शिक्षक रंगभूमि मैदान में
जुटे. बैनर व नारों की तख्ती लेकर यहां से शिक्षकों का काफिला निकला. थाना
चौक, गिरजा चौक, टैक्सी स्टैंड व आरएन साह चौक के दुकानदार शिक्षकों के हाथ
में भिक्षापात्र देखकर हैरान रहे गये. राहगीरों से भी शिक्षकों ने भिक्षा
मांगी. इस दौरान कई लोगों ने शिक्षकों से भिक्षाटन के पीछे के कारणों के
बारे में जानकारी ली. शिक्षकों ने बताया कि वेतनमान में वृद्धि, समान काम
के लिए समान वेतन आदि मांगों को लेकर वे लोग आंदोलन कर रहे हैं.
इसपर लोगों ने भी सरकार से अपेक्षा जतायी उनकी मांगों पर सरकार
गंभीरतापूर्वक विचार करे. भिक्षाटन में प्रो कमलेश्वरी मेहता, प्रो अशोक
कुमार मल्लिक, प्रो राजेंद्र प्रसाद यादव, डॉ अजय कुमार यादव, डॉ रामशरण
मेहता, दिवाकांत झा, कविता देवी, बिंदेश्वरी यादव समेत बड़ी संख्या में
शिक्षक शामिल हुए. शिक्षकों ने कहा कि जबतक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती
हैं, तबतक आंदोलन जारी रहेगा. शिक्षकों ने कहा कि वे मैट्रिक के मूल्यांकन
कार्य का बहिष्कार करने का भी निर्णय ले चुके हैं. भिक्षाटन में 574 रुपये
50 पैसे एकत्र हुए. इन्हें सीएम सहायता कोष में जमा कराया जायेगा.