पटना : मूल्यांकन नहीं होगा, तो रिजल्ट कैसे तैयार होगा. बिहार
विद्यालय परीक्षा समिति ने भले ही जल्द-से-जल्द रिजल्ट देने की घोषणा की
हो, लेकिन शिक्षकों की ओर से इंटर और मैट्रिक के मूल्यांकन बहिष्कार से अब
यह अधर में दिख रहा है.
मूल्यांकन में देरी होने से रिजल्ट में देरी होगी. इससे छात्रों को
नामांकन लेने में दिक्कतें होंगी. ज्ञात हो कि इंटर मूल्यांकन का वित्तरहित
शिक्षकों ने बहिष्कार कर दिया है. इससे अधिकतर केंद्रों पर मूल्यांकन शुरू
नहीं हो पाया हैं.
रिजल्ट में देरी का असर नामांकन पर दिखेेगा : दिल्ली विवि के साथ कई
विवि में मई के पहले सप्ताह में आवेदन की तिथि घोषित की जाती है. इसके
अलावे जेइइ ऑन इंडिया रैंक निकलने से पहले प्लस-टू का अंक पत्र देना
अावश्यक होता है. अगर इंटर का रिजल्ट समय से नहीं निकली, तो छात्रों को कई
तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
अप्रैल में रिजल्ट तैयार करने और मई में घोषित करने का टारगेट : समिति
की मानें, तो 10 अप्रैल तक मूल्यांकन और 30 अप्रैल तक रिजल्ट तैयार की
जाती. इसके एक सप्ताह बाद मई के प्रथम सप्ताह में इंटर साइंस के रिजल्ट
घोषित करने का लक्ष्य था. लेकिन वित्तरहित शिक्षकों के बहिष्कार करने से
रिजल्ट में देरी हो जायेगी.
सोमवार से प्रैक्टिकल की परीक्षा : इंटर प्रैक्टिकल की परीक्षा 27
मार्च से शुरू हो रही है. इसको लेकर समिति ने सारी तैयारी भी कर ली है.
सारे केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाओं के साथ प्रश्नपत्र भेजे जा चुके हैं. आठ
अप्रैल तक प्रैक्टिकल की परीक्षा होनी है. लेकिन, वित्तरहित शिक्षक
प्रैक्टिकल की परीक्षा का भी बहिष्कार करेंगे.