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शिक्षकों के शिक्षा सत्याग्रह समाप्त हो जाने की घोषणा के बाद कॉपी मूल्यांकन का रास्ता साफ

बेतिया। जिले में इंटर व मैट्रिक परीक्षा के कॉपी मूल्यांकन पर बरकरार संशय समाप्त हो गया है। माध्यमिक शिक्षकों के शिक्षा सत्याग्रह समाप्त हो जाने की घोषणा के बाद कॉपी मूल्यांकन का रास्ता साफ हो गया है।
माध्यमिक शिक्षक संघ के राज्य कार्यसमिति सदस्य म. सनाउल्लाह ने जिला सचिव भोट चतुर्वेदी ने बताया कि संघ के प्रदेश प्रतिनिधियों व बिहार सरकार से हुई वार्ता के बाद संघ ने सरकार का असहयोग करने और कॉपी मूल्यांकन से दूरी बनाने के निर्णय को वापस ले लिया है। संघ नेताओं ने कहा कि शिक्षा सत्याग्रह समाप्त होने के बाद अगले दिन से माध्यमिक शिक्षक कॉपी मूल्यांकन करना शुरू कर देंगे। शिक्षा सत्याग्रह समाप्त होने की सूचना पर संघ नेताओं ने माध्यमिक शिक्षक संघ भवन बैठक की और शिक्षा सत्याग्रह समाप्त होने की घोषणा की। इस दौरान शिक्षकों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी भी मनाई शिक्षक नेता म. सनाउल्लाह, भोट चतुर्वेदी, भारत झा ने कहा कि सरकार ने शिक्षकों शिक्षक हित की। कुछ मांगे मानी है, जबकि कुछ पर सकारात्मक आश्वासन दिया है। नेताओं ने कहा कि छात्रहित में सत्याग्रह समाप्त किया गया है। यहां बता दे कि अपने कई को लेकर माध्यमिक शिक्षकों सरकार का असहयोग करने का निर्णय लिया था। वे कॉपी मूल्यांकन से खुद को अलग कर लिए थे। असहयोगात्मक रूख को शिक्षा सत्याग्रह का नाम दिया गया था। इसके तहत कुछ दिन पूर्व शिक्षकों ने मौन जुलूस भी निकाली थी। माध्यमिक शिक्षकों के असहयोगात्मक रूख के कारण इंटर व मैट्रिक परीक्षाओं के कॉपी मूल्यांकन कार्य बाधित हो गया था। सत्याग्रह की अवधि लंबी होने पर इस मामले में सरकार भी कड़ा रूख अख्तियार कर चुकी थी। इसके तहत सूबे में कई जगह शिक्षकों पर प्राथमिकी भी दर्ज हुई थी। जबकि उनकी सेवा समाप्ति के लिए भी सरकार कड़ा रूख अपनाई थी। संघ भवन में हुई बैठक में लोकेश पाठक, मदन कुमार झा, राजीव पाठक, योगेंद्र ठाकुर, राजेश वर्मा, ललन राम, महबूब आलम, म. असरफ, धर्मनाथ मिश्र सहित कई शिक्षक मौजूद रहे।

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