मुजफ्फरपुर। स्टेशन रोड स्थित जिला परिषद मार्केट में शुक्रवार की शाम
कॉपी मूल्यांकन कर लौट रहे निजी स्कूल के शिक्षकों पर हमला कर दिया गया।
घात लगाए हड़ताली शिक्षकों ने उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। पहले लात-घूसे फिर
बेल्ट से धुनाई की। इसमें करीब एक दर्जन शिक्षक जख्मी हो गए। इधर, मारपीट
के बाद सभी भाग निकले।
जख्मी शिक्षकों ने घटना की सूचना जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को दी। उनके आने के बाद सभी नगर थाना पहुंचे। आवेदन देकर आरोपियों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई।
शिक्षकों ने हमले की बनाई रणनीति : शुक्रवार की सुबह सुरक्षा बल के साथ निजी स्कूल के शिक्षकों को मूल्यांकन के लिए डीएन स्कूल ले जाया गया। वहां बाहर खड़े हड़ताली शिक्षकों ने उनकी वीडियोग्राफी कराई, ताकि उन्हें पहचाना जा सके। शाम को सभी शिक्षक पुलिस बल के साथ निकले। सभी को समाहरणालय परिसर में लाकर छोड़ा गया। यहां से निकलते ही स्टेशन रोड में हड़ताली शिक्षकों ने हमला कर दिया। जान बचाने के लिए भाग रहे शिक्षकों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। उसके बाद शिक्षकों को खींचकर जिला परिषद मार्केट लाया गया, वहां भी उनकी पिटाई की गई।
पुलिस के सामने पीटते रहे शिक्षक : शिक्षकों का कहना है कि आरोपित शिक्षक एक जवान की बुलेट लेकर उनलोगों का पीछा कर घेर लिया। पुलिस के सामने ही उनलोगों की जमकर धुनाई कर दी। पुलिस मूकदर्शक बनकर तमाशा देखती रही।
डीएम के आदेश पर आए थे शिक्षक : शिक्षकों ने बताया कि डीएम के आदेश पर वे कॉपी मूल्यांकन को आए थे। हमला होने से शिक्षकों में आक्रोश है। उन्होंने कॉपी मूल्यांकन नहीं करने की भी चेतावनी दी।
इधर, निजी स्कूल के प्राचार्य जीके मलिक ने भी अपने स्कूल के शिक्षकों के मूल्यांकन में हिस्सा लेने से इन्कार कर दिया है। उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी और डीएम को भी स्थिति से अवगत करा दिया गया है।
नगर थानाध्यक्ष केपी सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। आरोपितों को सीसी कैमरे के फुटेज से चिह्नित कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
वित्त रहित शिक्षकों का मूल्यांकन बहिष्कार जारी
वित्त रहित शिक्षक संयुक्त संघर्ष मोर्चा एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के संयुक्त तत्वावधान में मूल्यांकन बहिष्कार जारी रहा। आंदोलन का 31वां दिन चल रहा है। संघर्ष मोर्चा ने अब आर-पार की लड़ाई का एलान कर दिया है। धरना को प्रो. रामविनोद शर्मा, प्रो. अच्छे लाल पूर्वे, प्रो. किरण कुमारी, प्रवक्ता अनिल कुमार सिंह, प्रो. अबुल कलाम, डा. पवन कुमार सिंह समेत अन्य ने अपने विचार व्यक्त किए। उधर, बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ का भी विभिन्न विद्यालयों में जनसंपर्क अभियान जारी रहा।
जख्मी शिक्षकों ने घटना की सूचना जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को दी। उनके आने के बाद सभी नगर थाना पहुंचे। आवेदन देकर आरोपियों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई।
शिक्षकों ने हमले की बनाई रणनीति : शुक्रवार की सुबह सुरक्षा बल के साथ निजी स्कूल के शिक्षकों को मूल्यांकन के लिए डीएन स्कूल ले जाया गया। वहां बाहर खड़े हड़ताली शिक्षकों ने उनकी वीडियोग्राफी कराई, ताकि उन्हें पहचाना जा सके। शाम को सभी शिक्षक पुलिस बल के साथ निकले। सभी को समाहरणालय परिसर में लाकर छोड़ा गया। यहां से निकलते ही स्टेशन रोड में हड़ताली शिक्षकों ने हमला कर दिया। जान बचाने के लिए भाग रहे शिक्षकों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। उसके बाद शिक्षकों को खींचकर जिला परिषद मार्केट लाया गया, वहां भी उनकी पिटाई की गई।
पुलिस के सामने पीटते रहे शिक्षक : शिक्षकों का कहना है कि आरोपित शिक्षक एक जवान की बुलेट लेकर उनलोगों का पीछा कर घेर लिया। पुलिस के सामने ही उनलोगों की जमकर धुनाई कर दी। पुलिस मूकदर्शक बनकर तमाशा देखती रही।
डीएम के आदेश पर आए थे शिक्षक : शिक्षकों ने बताया कि डीएम के आदेश पर वे कॉपी मूल्यांकन को आए थे। हमला होने से शिक्षकों में आक्रोश है। उन्होंने कॉपी मूल्यांकन नहीं करने की भी चेतावनी दी।
इधर, निजी स्कूल के प्राचार्य जीके मलिक ने भी अपने स्कूल के शिक्षकों के मूल्यांकन में हिस्सा लेने से इन्कार कर दिया है। उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी और डीएम को भी स्थिति से अवगत करा दिया गया है।
नगर थानाध्यक्ष केपी सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। आरोपितों को सीसी कैमरे के फुटेज से चिह्नित कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
वित्त रहित शिक्षकों का मूल्यांकन बहिष्कार जारी
वित्त रहित शिक्षक संयुक्त संघर्ष मोर्चा एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के संयुक्त तत्वावधान में मूल्यांकन बहिष्कार जारी रहा। आंदोलन का 31वां दिन चल रहा है। संघर्ष मोर्चा ने अब आर-पार की लड़ाई का एलान कर दिया है। धरना को प्रो. रामविनोद शर्मा, प्रो. अच्छे लाल पूर्वे, प्रो. किरण कुमारी, प्रवक्ता अनिल कुमार सिंह, प्रो. अबुल कलाम, डा. पवन कुमार सिंह समेत अन्य ने अपने विचार व्यक्त किए। उधर, बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ का भी विभिन्न विद्यालयों में जनसंपर्क अभियान जारी रहा।