सहरसा। जिला प्रशासन द्वारा स्कूलों के शिक्षकों द्वारा मूल्यांकन कार्य
कराए जाने के बावजूद शुक्रवार को समान काम का समान वेतन, उम्र सीमा 65
वर्ष करने, सेवा सामंजन समेत अन्य मांगों के समर्थन में 15 मार्च से
वित्तरहित शिक्षकों का मूल्यांकन बहिष्कार सह धरना 31वें दिन भी जारी रहा।
शिक्षकों ने अपनी मांगों को जायज करार देते हुए आंदोलन जारी रखने का संकल्प
दोहराया।
प्रो. हरिनारायण यादव के मंच संचालन में धरना को संबोधित करते हुए शिक्षकों ने कहा कि आंदोलन को कमजोर करने के लिए कई योजनाएं बनाई जा रही है। परंतु वित्त रहित शिक्षक झुकनेवाले नहीं है। जब तक हमारी मांगें मानी नहीं जाएगी आंदोलन जारी रहेगा। धरना को वित्त रहित शिक्षाकर्मी संघ के प्रो. केपी यादव, प्रो. दिलीप मिश्र, प्रो. शिलानंद ¨सह, प्रो. राजकिशोर यादव, प्रो. राजकुमार भगत, अरविन्द झा, प्रो. भानू यादव, प्रो. उमेश कुमार, प्रो. नरेन्द्र साह, प्रो. राजेन्द्र प्रसाद यादव, प्रो. नारायण कुमार, प्रो. समरेन्द्र कुमार, प्रो. पूनम वर्मा, प्रो. निशा कुमारी, प्रो. रंजीत राय, प्रो. शंभु प्रसाद ¨सह, प्रो. प्रमोद कुमार झा, प्रो. वीरेंद्र झा, मनोज ¨सह आदि ने संबोधित किया।
प्रो. हरिनारायण यादव के मंच संचालन में धरना को संबोधित करते हुए शिक्षकों ने कहा कि आंदोलन को कमजोर करने के लिए कई योजनाएं बनाई जा रही है। परंतु वित्त रहित शिक्षक झुकनेवाले नहीं है। जब तक हमारी मांगें मानी नहीं जाएगी आंदोलन जारी रहेगा। धरना को वित्त रहित शिक्षाकर्मी संघ के प्रो. केपी यादव, प्रो. दिलीप मिश्र, प्रो. शिलानंद ¨सह, प्रो. राजकिशोर यादव, प्रो. राजकुमार भगत, अरविन्द झा, प्रो. भानू यादव, प्रो. उमेश कुमार, प्रो. नरेन्द्र साह, प्रो. राजेन्द्र प्रसाद यादव, प्रो. नारायण कुमार, प्रो. समरेन्द्र कुमार, प्रो. पूनम वर्मा, प्रो. निशा कुमारी, प्रो. रंजीत राय, प्रो. शंभु प्रसाद ¨सह, प्रो. प्रमोद कुमार झा, प्रो. वीरेंद्र झा, मनोज ¨सह आदि ने संबोधित किया।