दरभंगा। वित्त रहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में वित्त
रहित शिक्षकों ने तीनों मूल्यांकन केंद्रों पर अपनी मांगों के समर्थन में
शुक्रवार को 31वें दिन भी इंटर की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का
बहिष्कार किया। साथ ही सरकार से प्रदेश नेतृत्व की वार्ता होने तक बहिष्कार
को आगे भी जारी रखने का संकल्प दोहराया गया।
सभा को संबोधित करते हुए संबद्ध डिग्री महासंघ की ललित नारायण मिथिला विवि इकाई के महासचिव डॉ. हरीन्द्र किशोर मिश्र ने कहा कि राज्य के सफेद दामन पर वित्त रहित शिक्षा एक बदनुमा दाग है। अपनी मांगें माने जाने तक हमारे शिक्षक मूल्यांकन कार्य में सहयोग देने को तैयार नहीं है। सरकार फूट डालो और शासन करो की तर्ज पर शिक्षकों को बांटने पर लगी हुई है। इसमें वह सफल होने वाली नहीं है। इस बार बिना लिखित समझौता के शिक्षक डिगने वाले नहीं हैं। प्रो. विजय कुमार झा ने कहा कि हमारी एकजुटता और फौलादी इरादों से सरकार की चूलें हिल रही हैं। बिहार में प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा दिनानुदिन मृत प्राय होती जा रही है। सरकार को तनिक भी इसकी ¨चता नहीं है। सरकार को शिक्षा में व्याप्त अनेक चुनौतियों से निबटना होगा। विशेष कर वित्त रहित शिक्षा कर्मियों की समस्याओं का अविलंब निदान करना होगा। मौके पर प्रो. संजय कुमार झा, डॉ. शिव शंकर यादव, मो. मुहम्मद शबीर, डॉ. शचीन्द्र कुमार शर्मा, प्रो. मोहिबुल हक, प्रो. जगदीश झा, प्रो. महेश ठाकुर, प्रो. कृष्ण मोहन झा सहित कई वित्त रहित शिक्षा कर्मी मौजूद थे।
सभा को संबोधित करते हुए संबद्ध डिग्री महासंघ की ललित नारायण मिथिला विवि इकाई के महासचिव डॉ. हरीन्द्र किशोर मिश्र ने कहा कि राज्य के सफेद दामन पर वित्त रहित शिक्षा एक बदनुमा दाग है। अपनी मांगें माने जाने तक हमारे शिक्षक मूल्यांकन कार्य में सहयोग देने को तैयार नहीं है। सरकार फूट डालो और शासन करो की तर्ज पर शिक्षकों को बांटने पर लगी हुई है। इसमें वह सफल होने वाली नहीं है। इस बार बिना लिखित समझौता के शिक्षक डिगने वाले नहीं हैं। प्रो. विजय कुमार झा ने कहा कि हमारी एकजुटता और फौलादी इरादों से सरकार की चूलें हिल रही हैं। बिहार में प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा दिनानुदिन मृत प्राय होती जा रही है। सरकार को तनिक भी इसकी ¨चता नहीं है। सरकार को शिक्षा में व्याप्त अनेक चुनौतियों से निबटना होगा। विशेष कर वित्त रहित शिक्षा कर्मियों की समस्याओं का अविलंब निदान करना होगा। मौके पर प्रो. संजय कुमार झा, डॉ. शिव शंकर यादव, मो. मुहम्मद शबीर, डॉ. शचीन्द्र कुमार शर्मा, प्रो. मोहिबुल हक, प्रो. जगदीश झा, प्रो. महेश ठाकुर, प्रो. कृष्ण मोहन झा सहित कई वित्त रहित शिक्षा कर्मी मौजूद थे।