खगड़िया। बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ पटना के निर्देश पर खगड़िया जिला शाखा
का शिक्षा सत्याग्रह जारी है। सत्याग्रह कर रहे शिक्षक-शिक्षिकाओं ने 14
वें दिन भी कॉपी मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार किया। मौके पर सभा की
अध्यक्षता अमरनाथ झा व सुरेश प्रसाद यादव ने की।
सभा में माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सीताराम चौधरी एवं जिला सचिव विष्णुदेव प्रसाद यादव के खिलाफ की गई प्राथमिकी की ¨नदा की गई और प्रशासन से अनुरोध किया गया कि इस तरह की हरकतों से आंदोलन कमजोर नहीं होगा। इसलिए विद्यार्थियों के भविष्य को देखते हुए बातचीत का मार्ग अपनाएं। सत्याग्रह में सदस्य, राज्य कार्यसमिति डा. आमोद कुमार, देवचंद्र ¨सह, विजय कुमार ¨सह, सुधा शास्त्री, रामनिवास ¨सह, डॉ. नवीन कुमार, प्रशांत कुमार, सोनी कुमारी, हरेराम तिवारी, राम विलास प्रसाद यादव आदि मौजूद थे।
इधर, वित्त रहित शिक्षक कर्मियों ने 30 वें दिन इंटर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार किया। वक्ताओं ने कहा कि जिला प्रशासन विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न करे। कहा कि, प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय के शिक्षकों को परीक्षक बनाकर इंटर के उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करवाना शुरू किया है, जो इंटर के छात्रों के भविष्य का काला अध्याय लिखा जा रहा है। मौके पर वक्ताओं ने कहा कि वित्त रहित शिक्षक कर्मी अपनी मूलभूत मांगों के समर्थन में शनिवार को यांत्रिक कर्मशाला के सामने सड़क पर सोने का निर्णय लिया है। चिलचिलाती धूप में सो कर जिला प्रशासन और बिहार सरकार के असंवेदनहीनता को लोगों समक्ष लाएंगे।
सभा में माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सीताराम चौधरी एवं जिला सचिव विष्णुदेव प्रसाद यादव के खिलाफ की गई प्राथमिकी की ¨नदा की गई और प्रशासन से अनुरोध किया गया कि इस तरह की हरकतों से आंदोलन कमजोर नहीं होगा। इसलिए विद्यार्थियों के भविष्य को देखते हुए बातचीत का मार्ग अपनाएं। सत्याग्रह में सदस्य, राज्य कार्यसमिति डा. आमोद कुमार, देवचंद्र ¨सह, विजय कुमार ¨सह, सुधा शास्त्री, रामनिवास ¨सह, डॉ. नवीन कुमार, प्रशांत कुमार, सोनी कुमारी, हरेराम तिवारी, राम विलास प्रसाद यादव आदि मौजूद थे।
इधर, वित्त रहित शिक्षक कर्मियों ने 30 वें दिन इंटर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार किया। वक्ताओं ने कहा कि जिला प्रशासन विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न करे। कहा कि, प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय के शिक्षकों को परीक्षक बनाकर इंटर के उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करवाना शुरू किया है, जो इंटर के छात्रों के भविष्य का काला अध्याय लिखा जा रहा है। मौके पर वक्ताओं ने कहा कि वित्त रहित शिक्षक कर्मी अपनी मूलभूत मांगों के समर्थन में शनिवार को यांत्रिक कर्मशाला के सामने सड़क पर सोने का निर्णय लिया है। चिलचिलाती धूप में सो कर जिला प्रशासन और बिहार सरकार के असंवेदनहीनता को लोगों समक्ष लाएंगे।