गोपालगंज : इंटर और मैट्रिक की कॉपियों का मूल्यांकन करने के लिए
ढूंढ़ने पर भी गुरुजी नहीं मिल रहे हैं. गुरुजी के अभाव के विभाग सांसत में
है. अब तो डायट में प्रशिक्षण ले रहे शिक्षकों को मूल्यांकन करने के लिए
बुलाने की तैयारी चल रही है. गुड फ्राइ डे के अवकाश पर भी शिक्षा विभाग
खुला रहा. मौके पर डीइओ अशोक कुमार, डीपीओ कपिलदेव तिवारी, पीओ मनोज कुमार,
पीओ अरुण कुमार ठाकुर के अलावा बीआरपी भी शामिल थे.
पल-पल की स्थिति पर अधिकारी नजर रख रहे हैं. आंदोलन ने अधिकारियों की
भी बेचैनी बढ़ा दी है. शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ मूल्यांकन कैसे
हो, इसको लेकर मंथन करते रहे. मैट्रिक की कॉपियों का मूल्यांकन एक अप्रैल
तथा इंटर की कॉपियों का मूल्यांकन 20 मार्च से होना था. प्रशासन की काफी
सख्ती के बाद प्रारंभिक स्कूलों के शिक्षकों ने योगदान कर मूल्यांकन का
कार्य शुरू तो किया है, लेकिन उनको भी समझ में नहीं आ रहा कि मूल्यांकन
कैसे किया जाये. पहली बार इनको मूल्यांकन के लिए तैनात किया गया है.
ये वैसे शिक्षक हैं जो मैट्रिक या इंटर के छात्रों को नहीं पढ़ाते
हैं. इसमें कई ऐसे भी शिक्षक हैं, जिन्हें प्रश्न का उत्तर सही है या गलत
समझ में नहीं आ रहा. इनके द्वारा मूल्यांकन छात्रों के भविष्य के साथ क्या
खिलवाड़ नहीं है. इसको लेकर विभाग भी गंभीर है. लेकिन विभाग को मूल्यांकन
करने वाले गुरुजी खोजने पर भी नहीं मिल रहे हैं.
आंदोलन को सफल बनाने को लेकर शिक्षक संघ एकजुट : गोपालगंज. समान काम
के लिए समान वेतन के लिए चलाये जा रहे राज्यव्यापी आंदोलन को सफल बनाने को
लेकर सभी शिक्षक संघ एकजुट हैं. इसको लेकर विभिन्न शिक्षक संघों की बैठक
मिंज स्टेडियम में की गयी.
आंदोलन के विभिन्न मुदों पर चर्चा हुई. विभिन्न शिक्षक संघ के
पदाधिकारियों ने कहा कि मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार तब तक जारी रहेगा.
प्रताड़ना नहीं, मांगों को ले अधिकारी करें पहल : संघ : गोपालगंज.
मूल्यांकन को लेकर सत्याग्रह और सहयोग आंदोलन के दौरान शुक्रवार को जिला
प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक संघ भवन में हुई. बैठक में माध्यमिक शिक्षक
संघ भी उपस्थित था. अध्यक्षता कैलाश राय एवं रामेश्वर उपाध्याय ने संयुक्त
रूप से की. संघ के सदस्यों ने कहा कि अधिकारी शिक्षकों को मूल्यांकन के लिए
प्रताड़ित न करें. बल्किसमान काम के लिए समान वेतन लागू कराने की दिशा में
सार्थक पहल करें. परिक्षकों की नियुक्त असंवैधानिक तरीके से की जा रही
है.
सरकार के मूल्यांकन कराने को लेकर किसी भी हद तक जाने के क्रिया-कलाप
पर खेद प्रकट किया गया. वहीं जिला शिक्षा पदाधिकारी से मिल कर शिक्षक संघ
के नेताओं ने मूल्यांकन कार्य में हो रही धांधली को रोकने का आग्रह किया.
वहीं पांच निर्दोष शिक्षकों पर दर्ज प्राथमिकी को वापस लेने की मांग की.
मौके पर उमेशचंद्र पांडेय, अवध बिहारी सिंह, शमशाद अली, सुमित कुमार
मिश्रा, नवीन रंजन, विनय शर्मा पाठक, आशुतोष कुमार मिश्र, अरुण कुमार
पांडेय, रोशन कुमार आदि मौजूद थे.