सुपौल। मूल्यांकन कार्यों में स्नातक व स्नातकोत्तर शिक्षकों को लगाए जाने
का फरमान जिले में असरदार रहा और शुक्रवार को मैट्रिक व इंटर कापी
मूल्यांकन कार्य के लिए बनाए गए तीन केंद्रों पर 145 शिक्षकों ने अपना
योगदान दिया। इधर बिहार राज्य वित्त रहित शिक्षक और माध्यमिक शिक्षक संघ
अन्य दिनों की भांति शुक्रवार को भी मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार किया।
इंटर कापी मूल्यांकन कार्य के लिए स्थानीय बीएसएस कॉलेज में बनाए गए केंद्र के निदेशक डॉ.संजीव कुमार ने बताया कि शुक्रवार को 65 शिक्षकों ने मूल्यांकन के लिए अपना योगदान दिया है। इससे पूर्व 7 शिक्षक ही मूल्यांकन कार्य में लगे थे। वहीं मैट्रिक मूल्यांकन कार्य के लिए बनाए गए केंद्र हजारी उच्च विद्यालय गौरवगढ़ में 45 तथा सुपौल उच्च् माध्यमिक विद्यालय सुपौल में 35 नियमित प्राथमिक शिक्षक ने योगदान दिया। इससे पूर्व गौरवगढ़ केन्द्र पर 44 तथा सुपौल उच्च विद्यालय सुपौल में 48 शिक्षक मूल्यांकन कार्य में जुटे थे। वित्त रहित एवं माध्यमिक संघ के द्वारा मूल्यांकन बहिष्कार का कार्य पिछले कई दिनों से किया जाता रहा है। विवश होकर सरकार ने प्राथमिक विद्यालय के स्नातक एवं स्नातकोत्तर शिक्षकों से मूल्यांकन कार्य कराने का निर्णय लिया। हालांकि मूल्यांकन कार्य के लिए जितने शिक्षकों को विद्यालय से विरमित किया गया था शुक्रवार को उनमें से एक चौथाई शिक्षक ही योगदान दिए थे। वैसे प्रशासन का कहना है कि शनिवार को शेष बचे शिक्षक अपना योगदान देंगे।
इंटर कापी मूल्यांकन कार्य के लिए स्थानीय बीएसएस कॉलेज में बनाए गए केंद्र के निदेशक डॉ.संजीव कुमार ने बताया कि शुक्रवार को 65 शिक्षकों ने मूल्यांकन के लिए अपना योगदान दिया है। इससे पूर्व 7 शिक्षक ही मूल्यांकन कार्य में लगे थे। वहीं मैट्रिक मूल्यांकन कार्य के लिए बनाए गए केंद्र हजारी उच्च विद्यालय गौरवगढ़ में 45 तथा सुपौल उच्च् माध्यमिक विद्यालय सुपौल में 35 नियमित प्राथमिक शिक्षक ने योगदान दिया। इससे पूर्व गौरवगढ़ केन्द्र पर 44 तथा सुपौल उच्च विद्यालय सुपौल में 48 शिक्षक मूल्यांकन कार्य में जुटे थे। वित्त रहित एवं माध्यमिक संघ के द्वारा मूल्यांकन बहिष्कार का कार्य पिछले कई दिनों से किया जाता रहा है। विवश होकर सरकार ने प्राथमिक विद्यालय के स्नातक एवं स्नातकोत्तर शिक्षकों से मूल्यांकन कार्य कराने का निर्णय लिया। हालांकि मूल्यांकन कार्य के लिए जितने शिक्षकों को विद्यालय से विरमित किया गया था शुक्रवार को उनमें से एक चौथाई शिक्षक ही योगदान दिए थे। वैसे प्रशासन का कहना है कि शनिवार को शेष बचे शिक्षक अपना योगदान देंगे।