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शिक्षा मित्र से शिक्षक बने लोगों पर लटकी तलवार

शिक्षा मित्र से शिक्षक बने लोगों पर लटकी तलवार
छपरा हिन्दुस्तान प्रतिनिधिशिक्षा मित्र से पंचायत और प्रखंड शिक्षक बनने वाले वैसे गुरुजी, जिन्होंने 2007 तक इंटर पास नहीं किया, उनकी नौकरी पर तलवार लटक गई है। विभाग के कड़े निर्देश के बावजूद 2007 तक इंटर नहीं करने वाले शिक्षकों की नौकरी जानी तय है।
प्राथमिक शिक्षा निदेशक एम रामचन्द्रुड़ ने इस संबंध में सभी डीईओ को आदेश जारी किया है कि शिक्षा मित्र अगर 2007 तक इंटर पास नहीं किये हैं तो उन्हें प्रखंड और पंचायत शिक्षक नहीं मानते हुए सेवा से हटा दिया जाये। जिले में कितने शिक्षक ऐसे हैं, इसकी फाइल खंगालनी शुरू कर दी गई है। सर्टिफिकेट जांच से भी यह मामला खुलेगा कि शिक्षकों ने 2007 में इंटर किया है या बाद में। निदेशक ने ऐसे शिक्षकों की सूची मांगी है जो पहले शिक्षा मित्र थे और बाद में मैट्रिक योग्यता पर पंचायत और प्रखंड शिक्षक के रूप में बहाल हुए थे। निदेशक के इस आदेश के बाद विभाग में हड़कंप मच गया है।तीन हजार शिक्षक बने थे पंचायत व प्रखंड शिक्षक:वर्ष 2003 और 2005 में शिक्षामित्रों की बहाली की गई थी। वर्ष 2006 में शिक्षक बहाली शुरू होने पर इन्हें पंचायत और प्रखंड शिक्षक के रूप में बहाल किया गया। इसमें वैसे शिक्षा मित्र जिनकी नियुक्ति मैट्रिक की योग्यता के आधार पर हुई थी, उन्हें एक जून 2007 तक इंटर करने का आदेश मिला था। निर्धारित अवधि में योग्यता नहीं लेने वाले शिक्षकों को सेवा से हटाने का आदेश दिया गया। सारण जिले में शिक्षा मित्र से शिक्षक बनने वालों की संख्या तीन हजार है। इनमें से कितने शिक्षकों ने निर्धारित अवधि तक इंटर नहीं किया, इसकी सूची डीईओ से मांगी गई है

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