लखीसराय। मध्याह्न भोजन सहित अन्य गैर शैक्षणिक कार्यों से शिक्षकों को अलग
रखने की मांग को लेकर अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ एवं प्राथमिक
शिक्षक संघ के बैनर तले जिले के प्राथमिक शिक्षकों ने शनिवार को शहर में
जोरदार प्रदर्शन किया।
पूर्व से जारी आंदोलन के क्रम को बढ़ाते हुए गोभी, बैगन, टमाटर, मूली, कद्दू आदि सब्जियों के साथ शिक्षक विद्यापीठ चौक पर जमा हुए। यहां से विरोध मार्च निकालते हुए डीईओ कार्यालय पहुंचकर वहां प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष कुमार ब्रजेश, सचिव मृत्युंजय कुमार एवं जिला प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रधान सचिव सत्येन्द्र प्रसाद ¨सह कर रहे थे। जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय परिसर में प्रदर्शन में शामिल शिक्षकों को संबोधित करते हुए अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष कुमार ब्रजेश ने कहा कि राज्य की अधिकांश आबादी के बच्चे सरकारी विद्यालयों में पढ़ते हैं। एमडीएम संचालन सहित अन्य गैर शैक्षणिक कार्यों में अधिकांश समय देने के कारण शिक्षक अपना ध्यान विद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्था में नहीं दे पाते हैं। इस कारण बच्चे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से वंचित हो रहे हैं। इसको लेकर शिक्षकों के मान-सम्मान पर भी आघात पहुंचता है। योजना संचालन की जिम्मेदारी विद्यालय प्रधान के साथ-साथ विद्यालय शिक्षा समिति की भी होती है परंतु विभाग एकतरफा कार्रवाई कर रहा है। उन्होंने कहा कि आरटीई एक्ट के नियम 27 के आलोक में शिक्षकों को जनगणना, आपदा, सहाय्य एवं चुनाव कार्य के अलावा किसी गैर शैक्षणिक कार्य में नहीं लगाने का आदेश है। परंतु ऐसा नहीं हो रहा है। जिले के 600 से अधिक विद्यालयों में 26 दिसंबर से ही एमडीएम बंद है। अंत में जिला शिक्षा पदाधिकारी को महामहिम राज्यपाल, मुख्यमंत्री सहित तमाम संबंधित पदाधिकारियों को संबोधित छह सूत्री ज्ञापन सौंपा गया। प्रदर्शन में रामविलास प्रसाद, हरिवंश ¨सह, रामटहल पासवान, शंभू नाथ, सुभाष महतो, चंदन ¨सह, संजय कुमार आदि शामिल थे।
पूर्व से जारी आंदोलन के क्रम को बढ़ाते हुए गोभी, बैगन, टमाटर, मूली, कद्दू आदि सब्जियों के साथ शिक्षक विद्यापीठ चौक पर जमा हुए। यहां से विरोध मार्च निकालते हुए डीईओ कार्यालय पहुंचकर वहां प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष कुमार ब्रजेश, सचिव मृत्युंजय कुमार एवं जिला प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रधान सचिव सत्येन्द्र प्रसाद ¨सह कर रहे थे। जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय परिसर में प्रदर्शन में शामिल शिक्षकों को संबोधित करते हुए अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष कुमार ब्रजेश ने कहा कि राज्य की अधिकांश आबादी के बच्चे सरकारी विद्यालयों में पढ़ते हैं। एमडीएम संचालन सहित अन्य गैर शैक्षणिक कार्यों में अधिकांश समय देने के कारण शिक्षक अपना ध्यान विद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्था में नहीं दे पाते हैं। इस कारण बच्चे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से वंचित हो रहे हैं। इसको लेकर शिक्षकों के मान-सम्मान पर भी आघात पहुंचता है। योजना संचालन की जिम्मेदारी विद्यालय प्रधान के साथ-साथ विद्यालय शिक्षा समिति की भी होती है परंतु विभाग एकतरफा कार्रवाई कर रहा है। उन्होंने कहा कि आरटीई एक्ट के नियम 27 के आलोक में शिक्षकों को जनगणना, आपदा, सहाय्य एवं चुनाव कार्य के अलावा किसी गैर शैक्षणिक कार्य में नहीं लगाने का आदेश है। परंतु ऐसा नहीं हो रहा है। जिले के 600 से अधिक विद्यालयों में 26 दिसंबर से ही एमडीएम बंद है। अंत में जिला शिक्षा पदाधिकारी को महामहिम राज्यपाल, मुख्यमंत्री सहित तमाम संबंधित पदाधिकारियों को संबोधित छह सूत्री ज्ञापन सौंपा गया। प्रदर्शन में रामविलास प्रसाद, हरिवंश ¨सह, रामटहल पासवान, शंभू नाथ, सुभाष महतो, चंदन ¨सह, संजय कुमार आदि शामिल थे।