सातवें वेतनमान का लाभ न मिलने की खबर पर नियोजित शिक्षकों का
गुस्सा भड़क उठा। राज्य संघ के आह्वान पर सोमवार को जिलेभर के शिक्षक शाम
चार बजे से बुनियादी स्कूल में जुटने लगे। देखते ही देखते शिक्षकों की भीड़
जमा हो गई।
इसके बाद बुनियादी स्कूल के प्रांगण में ही शिक्षकों की बैठक हुई, जिसमें सरकार के खिलाफ आंदोलन का शंखनाद किया गया। साथ ही शिक्षकों ने सरकार की दोहरी नीति पर आक्रोश भी व्यक्त किया।
इस दौरान शिक्षकों ने एकजुटता का परिचय देते हुए 21 जनवरी को बनने वाले मानव श्रृंखला का बहिष्कार करने का भी निर्णय लिया। वक्ताओं ने कहा कि आगे से सरकार प्रायोजित सभी तरह के कार्यक्रमों को शिक्षक बहिष्कार करेंगे।सीएम व शिक्षामंत्री का पुतला दहन: बुनियादी स्कूल से निकल शिक्षकों का हुजूम ज्योति चौक पहुंचा, जहां मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री का पुतला दहन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष संजय उपाध्याय व संचालन जिला संयोजक धनंजय मिश्र ने की। वक्ताओं ने कहा कि सरकार नियोजित शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शिक्षक मान-सम्मान के लिए अंतिम दम तक लड़ेंगे। कहा कि जहां शिक्षकों का अपमान होता हो, वहां विकास की परिकल्पना करना भी बेमानी है। मौके पर जिला महासचिव लाल नारायण राय, शशि प्रकाश सिंह, शिवजी दूबे, सुदर्शन मिश्र, सुरेंद्र सिंह, सुधीर दूबे, अजीत राय, कमलेश पाठक, संतोष सिंह, जितेंद्र रजक, गोपालजी राय, कृष्ण बिहारी राय, शैलेश राय, नवीन कुमार, बासुकीनाथ राय, सत्यनारायण सिंह, श्रीमननारायण पासवान, अनंत कुमार समेत अन्य शिक्षक मौजूद थे।
इसके बाद बुनियादी स्कूल के प्रांगण में ही शिक्षकों की बैठक हुई, जिसमें सरकार के खिलाफ आंदोलन का शंखनाद किया गया। साथ ही शिक्षकों ने सरकार की दोहरी नीति पर आक्रोश भी व्यक्त किया।
इस दौरान शिक्षकों ने एकजुटता का परिचय देते हुए 21 जनवरी को बनने वाले मानव श्रृंखला का बहिष्कार करने का भी निर्णय लिया। वक्ताओं ने कहा कि आगे से सरकार प्रायोजित सभी तरह के कार्यक्रमों को शिक्षक बहिष्कार करेंगे।सीएम व शिक्षामंत्री का पुतला दहन: बुनियादी स्कूल से निकल शिक्षकों का हुजूम ज्योति चौक पहुंचा, जहां मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री का पुतला दहन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष संजय उपाध्याय व संचालन जिला संयोजक धनंजय मिश्र ने की। वक्ताओं ने कहा कि सरकार नियोजित शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शिक्षक मान-सम्मान के लिए अंतिम दम तक लड़ेंगे। कहा कि जहां शिक्षकों का अपमान होता हो, वहां विकास की परिकल्पना करना भी बेमानी है। मौके पर जिला महासचिव लाल नारायण राय, शशि प्रकाश सिंह, शिवजी दूबे, सुदर्शन मिश्र, सुरेंद्र सिंह, सुधीर दूबे, अजीत राय, कमलेश पाठक, संतोष सिंह, जितेंद्र रजक, गोपालजी राय, कृष्ण बिहारी राय, शैलेश राय, नवीन कुमार, बासुकीनाथ राय, सत्यनारायण सिंह, श्रीमननारायण पासवान, अनंत कुमार समेत अन्य शिक्षक मौजूद थे।