भागलपुर, वरीय संवाददाता प्रदेश संगठन के आह्वान पर समान काम समान वेतन के लिए सोमवार को नियोजित माध्यमिक शिक्षकों ने मार्च निकाला। मार्च में सैकड़ों की संख्या में शिक्षक शामिल हुए। हाथों में बैनर लेकर शिक्षक सरकार विरोधी नारे लगा रहे थे।
शिक्षकों का आरोप था कि सरकार उनके साथ भेदभाव कर रही है।
सुबह साढ़े ग्यारह बजे भी सभी शिक्षक संघ पर इकट्ठा हुए। इसके बाद मार्च की शक्ल में वहां से सभी ने मार्च निकालना शुरू किया। मार्च का नेतृत्व संघ के जिलाध्यक्ष और प्रमंडलीय अध्यक्ष कर रहे थे। शिक्षकों की मांग थी कि वह नियमित शिक्षकों की तरह ही स्कूलों में काम करते हैं लेकिन उनका वेतन उनसे कम है।
नियोजित शिक्षकों की सेवा शर्त भी अब तक सरकार ने तैयार नहीं की है। इस कारण नौकरी के दूसरे फायदे भी नहीं मिल पाते हैं।
मार्च खलीफाबाग , घंटाघर होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचा जहां शिक्षकों ने सभा की। सभा में भी सभी शिक्षकों ने सामन वेतन के लिए एकजुटता दिखाई। इसके बाद शिक्षकों ने जिलाधिकारी आदेश तितरमारे से मिल कर उन्हें ज्ञापन सौंपा।
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शिक्षकों का आरोप था कि सरकार उनके साथ भेदभाव कर रही है।
सुबह साढ़े ग्यारह बजे भी सभी शिक्षक संघ पर इकट्ठा हुए। इसके बाद मार्च की शक्ल में वहां से सभी ने मार्च निकालना शुरू किया। मार्च का नेतृत्व संघ के जिलाध्यक्ष और प्रमंडलीय अध्यक्ष कर रहे थे। शिक्षकों की मांग थी कि वह नियमित शिक्षकों की तरह ही स्कूलों में काम करते हैं लेकिन उनका वेतन उनसे कम है।
नियोजित शिक्षकों की सेवा शर्त भी अब तक सरकार ने तैयार नहीं की है। इस कारण नौकरी के दूसरे फायदे भी नहीं मिल पाते हैं।
मार्च खलीफाबाग , घंटाघर होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचा जहां शिक्षकों ने सभा की। सभा में भी सभी शिक्षकों ने सामन वेतन के लिए एकजुटता दिखाई। इसके बाद शिक्षकों ने जिलाधिकारी आदेश तितरमारे से मिल कर उन्हें ज्ञापन सौंपा।