नेशनल असेसमेंट एंड एक्रेडिटेशन काउंसिल (नैक) की चार सदस्यीय टीम ने एसएम कॉलेज का सोमवार से मूल्यांकन शुरू किया।
टीम में प्रो. डा. अरविंद कुमार दास, प्रो. वाणी एन लातूरकर, डा. सविता जोशी और प्रो. नीलिमा भगवती शामिल हैं। कॉलेज का नैक से मूल्यांकन 12 वर्षों के बाद हो रहा है। अंतिम बार 2004 में कॉलेज को बी प्लस ग्रेड मिला था।
मूल्यांकन के पहले दिन कक्षाओं की हालत देखकर टीम नाराज दिखी। छोटे कमरे और रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं देखकर टीम ने कक्षा संचालन को लेकर सवाल खड़े किए। टीम ने पहले सत्र में विज्ञान की कक्षाओं का हाल देखा।
छात्राओं की उपस्थिति, शिक्षकों की उपस्थिति, विज्ञान के विषयों में शिक्षकों की संख्या की जानकारी ली। कुछ विषयों में काफी कम शिक्षक देख टीम ने संबंधित विभागाध्क्षों से पूछा कि कक्षाएं कैसे संचालित होती हैं। इससे पहले प्राचार्य डा. मीना रानी ने टीम को सेल्फ स्टडी रिपोर्ट की पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के जरिए जानकारी दीद्ध
दोपहर में टीम सामाजिक विज्ञान संकाय के विषयों की कक्षाओं की पड़ताल करेगी। इसके अलावा शिक्षकों और कर्मचारियों से अलग-अलग बात करेगी। टीम दो दिनों तक कॉलेज का मूल्यांकन करेगी जिसमें बी.एड के संचालन, कॉलेज के संसाधन, हॉस्टलों की हालत का जायजा लेगी और छात्राओं से भी बात करेगी।
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टीम में प्रो. डा. अरविंद कुमार दास, प्रो. वाणी एन लातूरकर, डा. सविता जोशी और प्रो. नीलिमा भगवती शामिल हैं। कॉलेज का नैक से मूल्यांकन 12 वर्षों के बाद हो रहा है। अंतिम बार 2004 में कॉलेज को बी प्लस ग्रेड मिला था।
मूल्यांकन के पहले दिन कक्षाओं की हालत देखकर टीम नाराज दिखी। छोटे कमरे और रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं देखकर टीम ने कक्षा संचालन को लेकर सवाल खड़े किए। टीम ने पहले सत्र में विज्ञान की कक्षाओं का हाल देखा।
छात्राओं की उपस्थिति, शिक्षकों की उपस्थिति, विज्ञान के विषयों में शिक्षकों की संख्या की जानकारी ली। कुछ विषयों में काफी कम शिक्षक देख टीम ने संबंधित विभागाध्क्षों से पूछा कि कक्षाएं कैसे संचालित होती हैं। इससे पहले प्राचार्य डा. मीना रानी ने टीम को सेल्फ स्टडी रिपोर्ट की पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के जरिए जानकारी दीद्ध
दोपहर में टीम सामाजिक विज्ञान संकाय के विषयों की कक्षाओं की पड़ताल करेगी। इसके अलावा शिक्षकों और कर्मचारियों से अलग-अलग बात करेगी। टीम दो दिनों तक कॉलेज का मूल्यांकन करेगी जिसमें बी.एड के संचालन, कॉलेज के संसाधन, हॉस्टलों की हालत का जायजा लेगी और छात्राओं से भी बात करेगी।