कैमूर। सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था तो बेपटरी है ही साथ ही स्कूल
कलह के अखाड़े बनते जा रहे हैं। हाल यह है कि जिस दिन शिक्षक छुट्टी के
आवेदन देते हैं और हेडमास्टर शिक्षक उपस्थिति पंजी पर छुट्टी के दिन सीएल
भरते हैं। वेतन के दौरान वैसे शिक्षक का एक दिन का वेतन काट दिया जाता है।
ऐसा ही एक मामला उत्क्रमित उर्दू मध्य विद्यालय डुमरी में सामने आया है। स्कूल के शिक्षक मो. सरफराज और शिक्षिका रोशन खातून ने 19.10.16 को विद्यालय के हेडमास्टर को 20.10.16 के दिन छुट्टी के लिए आवेदन दिए। आवेदन मंजूर किया गया। अगले दिन 20.10.16 को शिक्षक उपस्थिति पंजी पर उनके आगे सीएल भर दिया गया। पर जब वेतन बनाने की बारी आई तो उस दिन का वेतन काट दिया गया। शिक्षक सरफराज ने बताया कि 20.10.16 को खुद स्कूल के हेडमास्टर धनंजय तिवारी मौजूद नहीं थे। पुन: अगले दिन उसे काट कर अपनी उपस्थिति दिखा दिया। जिसका साक्ष्य मौजूद हैं। यहीं नहीं 20.10 .16 को प्रखंड मुख्यालय पर सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में डीएम समेत पूरा प्रशासनिक महकमा आया हुआ था। उसी दिन डीएम का शिक्षकों के साथ विशेष वार्तालाप कार्यक्रम था। जिसमें एचएम डुमरी भी मौजूद थे। इधर दोनों शिक्षकों ने इस आशय का आवेदन विभाग को दिया है। आवेदन में डुमरी विद्यालय के एचएम के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की गई है। डीईओ ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं है। यदि आवेदन मिलता है तो पूरे मामले की जांच की जाएगी।
ऐसा ही एक मामला उत्क्रमित उर्दू मध्य विद्यालय डुमरी में सामने आया है। स्कूल के शिक्षक मो. सरफराज और शिक्षिका रोशन खातून ने 19.10.16 को विद्यालय के हेडमास्टर को 20.10.16 के दिन छुट्टी के लिए आवेदन दिए। आवेदन मंजूर किया गया। अगले दिन 20.10.16 को शिक्षक उपस्थिति पंजी पर उनके आगे सीएल भर दिया गया। पर जब वेतन बनाने की बारी आई तो उस दिन का वेतन काट दिया गया। शिक्षक सरफराज ने बताया कि 20.10.16 को खुद स्कूल के हेडमास्टर धनंजय तिवारी मौजूद नहीं थे। पुन: अगले दिन उसे काट कर अपनी उपस्थिति दिखा दिया। जिसका साक्ष्य मौजूद हैं। यहीं नहीं 20.10 .16 को प्रखंड मुख्यालय पर सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में डीएम समेत पूरा प्रशासनिक महकमा आया हुआ था। उसी दिन डीएम का शिक्षकों के साथ विशेष वार्तालाप कार्यक्रम था। जिसमें एचएम डुमरी भी मौजूद थे। इधर दोनों शिक्षकों ने इस आशय का आवेदन विभाग को दिया है। आवेदन में डुमरी विद्यालय के एचएम के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की गई है। डीईओ ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं है। यदि आवेदन मिलता है तो पूरे मामले की जांच की जाएगी।