मैट्रिक व इंटर के विद्यार्थियों को अपने कॅरियर के प्रति चिंतित होने की
आवश्यकता नहीं है। अब उन्हें कॅरियर से संबंधित राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय
विकल्पों की जानकारी पोर्टल पर ही मिल जाएगी। यूनेस्को के सहयोग से इस
पोर्टल को विकसित किया है। पिछले नौ अगस्त को बिहार शिक्षा परियोजना परिषद
पटना में बिहार कॅरियर नामक इस पोर्टल का उद्घाटन किया गया है।
इसके जरिए छात्र-छात्राओं को विभिन्न कॅरियर संबंधी 460 तरह के विकल्प समेत 1000 से अधिक प्रवेश परीक्षा, 955 प्रकार की छात्रवृत्ति, देश में मान्यता प्राप्त सरकारी और निजी 6400 कॉलेजों में नामांकन आदि की जानकारी बिहार कॅरियर पोर्टल से प्राप्त हाेगी। मास्टर ट्रेनर ने बताया कि संबंधित कोर्स में कितना खर्च होगा, साथ ही साथ कोर्स करने के बाद कौन-कौन से रोजगार के अवसर मिलेंगे। यह अवसर कहां प्राप्त होंगे, कितनी सैलेरी मिलेगी, उस क्षेत्र में संभावनाएं क्या होगी।
पोर्टल से जुड़ेंगे राज्यभर के 50 लाख छात्र-छात्राएं
इस पोर्टल में हिन्दी के 10 लाख 34 हज़ार शब्दों का ट्रांसलेशन किया गया है। पोर्टल के माध्यम से राज्य के दसवीं और इंटर के 50 लाख छात्रों को जोड़ा जाएगा। मैट्रिक और इंटर का रजिस्ट्रेशन नंबर ही छात्रों का लॉगइन-आईडी रहेगा। साथ ही एक छह डिजिट का कॉमन कोड रहेगा जो सबों के लिए होगा। इस पोर्टल का इस्तेमाल केवल अध्ययनरत विद्यार्थी की कर सकेंगे।
16 और 17 अक्टूबर को शिक्षकों को मिलेगी ट्रेनिंग
विद्यार्थियों को बिहार कॅरियर पोर्टल की जानकारी देने के लिए सभी माध्यमिक और उच्चत्तर माध्यमिक स्कूलों के एक-एक शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए 252 शिक्षकों का चयन किया गया है। 16 और 17 अक्टूबर को प्लस टू जिला स्कूल में शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। गया जिले से मास्टर ट्रेनर के रूप में चयनित प्लस टू जिला स्कूल के मुकेश प्रसाद वर्मा और अनुग्रह कन्या सीनियर सेकेंड्री स्कूल के शिक्षक नरेंद्र कुमार ट्रेनिंग देंगे। दोनों मास्टर ट्रेनरों को पटना में विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। मास्टर ट्रेनर श्री वर्मा ने बताया कि वर्ष 2019 में दसवीं और इंटर में रजिस्ट्रेशन करा चुके विद्यार्थियों को पोर्टल की पूरी जानकारी जाएगी।
इसके जरिए छात्र-छात्राओं को विभिन्न कॅरियर संबंधी 460 तरह के विकल्प समेत 1000 से अधिक प्रवेश परीक्षा, 955 प्रकार की छात्रवृत्ति, देश में मान्यता प्राप्त सरकारी और निजी 6400 कॉलेजों में नामांकन आदि की जानकारी बिहार कॅरियर पोर्टल से प्राप्त हाेगी। मास्टर ट्रेनर ने बताया कि संबंधित कोर्स में कितना खर्च होगा, साथ ही साथ कोर्स करने के बाद कौन-कौन से रोजगार के अवसर मिलेंगे। यह अवसर कहां प्राप्त होंगे, कितनी सैलेरी मिलेगी, उस क्षेत्र में संभावनाएं क्या होगी।
पोर्टल से जुड़ेंगे राज्यभर के 50 लाख छात्र-छात्राएं
इस पोर्टल में हिन्दी के 10 लाख 34 हज़ार शब्दों का ट्रांसलेशन किया गया है। पोर्टल के माध्यम से राज्य के दसवीं और इंटर के 50 लाख छात्रों को जोड़ा जाएगा। मैट्रिक और इंटर का रजिस्ट्रेशन नंबर ही छात्रों का लॉगइन-आईडी रहेगा। साथ ही एक छह डिजिट का कॉमन कोड रहेगा जो सबों के लिए होगा। इस पोर्टल का इस्तेमाल केवल अध्ययनरत विद्यार्थी की कर सकेंगे।
16 और 17 अक्टूबर को शिक्षकों को मिलेगी ट्रेनिंग
विद्यार्थियों को बिहार कॅरियर पोर्टल की जानकारी देने के लिए सभी माध्यमिक और उच्चत्तर माध्यमिक स्कूलों के एक-एक शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए 252 शिक्षकों का चयन किया गया है। 16 और 17 अक्टूबर को प्लस टू जिला स्कूल में शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। गया जिले से मास्टर ट्रेनर के रूप में चयनित प्लस टू जिला स्कूल के मुकेश प्रसाद वर्मा और अनुग्रह कन्या सीनियर सेकेंड्री स्कूल के शिक्षक नरेंद्र कुमार ट्रेनिंग देंगे। दोनों मास्टर ट्रेनरों को पटना में विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। मास्टर ट्रेनर श्री वर्मा ने बताया कि वर्ष 2019 में दसवीं और इंटर में रजिस्ट्रेशन करा चुके विद्यार्थियों को पोर्टल की पूरी जानकारी जाएगी।