Ranchi: झारखंड राज्य को बने 19 साल हो चुके हैं. लेकिन यहां कार्यरत माध्यमिक व प्राइमरी स्कूलों के शिक्षक अभी भी बिहार की प्रमोशन नियमावली के तहत ही काम कर रहे हैं. इस नियमावली में अभी तक संशोधन नहीं किया गया है.
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यही वजह है कि राज्य के स्कूलों में हेड मास्टर के 3226 पद सृजित होने के बाद भी मात्र 130 हेडमास्टर ही अपनी सेवाएं दे रहे हैं. 3226 सृजित पदों में से वर्तमान में 3096 पद खाली हैं. राज्य में मात्र पांच ही ऐसे जिले हैं, जहां प्राइमरी स्तर पर एक-एक हेडमास्टर काम कर रहे हैं.
अपरिहार्य
कारण का हवाला देते हुए सरकार ने 18 सितंबर 2019 को 668 हेडमास्टरों की
नियुक्ति वाले विज्ञापन को रद्द कर दिया है. सीधी नियुक्ति के अलावा
प्रोन्नति कर हेडमास्टर के सीटों को भरना था, लेकिन प्रोन्नति नियमावली में
संशोधन नहीं होने की वजह से ऐसा करना संभव नहीं हो पाया.
यही वजह है कि राज्य के स्कूलों में हेड मास्टर के 3226 पद सृजित होने के बाद भी मात्र 130 हेडमास्टर ही अपनी सेवाएं दे रहे हैं. 3226 सृजित पदों में से वर्तमान में 3096 पद खाली हैं. राज्य में मात्र पांच ही ऐसे जिले हैं, जहां प्राइमरी स्तर पर एक-एक हेडमास्टर काम कर रहे हैं.