भागलपुर, जेएनएन। भागलपुर सहित राज्य भर के राजकीय
इंजीनियरिंग कॉलेजों में अब शिक्षकों का टोटा नहीं रहेगा। बिहार लोक सेवा
आयोग ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग ब्रांच के लिए 287 सहायक प्राध्यापकों की
नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की हरी झंडी दे दी है। आयोग के संयुक्त सचिव
सह परीक्षा नियंत्रक ने इस आशय का विज्ञापन भी गुरुवार को जारी कर दिया है।
उक्त पद के लिए योग्य अभ्यर्थी 14 अगस्त तक ऑनलाइन एवं निबंधित डाक द्वारा
24 अगस्त तक आवेदन जमा कर पाएंगे।
बता दें कि भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में सिविल, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियङ्क्षरग तथा कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग शाखा के लिए कुल 76 स्थायी शिक्षकों के पद स्वीकृत हैं। जबकि बहरहाल यहां उक्त पांचों शाखाओं को मिलाकर स्थायी शिक्षकों की संख्या मात्र 15 शेष रह गई है।
टेक्यूप फेज-तीन के सहारे चल रही है शैक्षणिक व्यवस्था
भागलपुर सहित मुजफ्फरपुर, मोतीहारी, दरभंगा, गया, नालंदा और छापरा में विश्व बैंक की सहायता से तकनीकी शिक्षा गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम चल रहा है। जिसके तहत भागलपुर इंजीनियङ्क्षरग कॉलेज में 37 और उक्त सात कॉलेजों को मिलाकर 205 उच्च् योग्यताधारी शिक्षक कार्यरत हैं। जिनकी सेवा सितंबर में समाप्त होने जा रही है।
विज्ञापित रिक्तियों में वेटेज नहीं दिए जाने से टेक्यूप के अंतर्गत कार्यरत शिक्षकों में आक्रोश
राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों में सहायक प्राध्यापक की नियुक्ति के लिए बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा विज्ञापित रिक्तियों में टेक्यूप के शिक्षकों को कोई वेटेज नहीं दिए जाने पर उनमें आक्रोश व्याप्त है। शुक्रवार को भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में बीते ढ़ाई वर्षो से कार्यरत टेक्यूप शिक्षकों ने एक आपात बैठक की। बैठक में उपस्थित शिक्षकों ने कहा कि राज्य के संस्थानों में तकनीकी शिक्षा को गुणोत्तर बनाने की दिशा में ईमानदार प्रयास कर रहा हूं, फिर भी रिक्तियों में कोई वेटेज नहीं दिया जाना हमलोगों के साथ सौतेला व्यवहार है। इसके लिए हमलोग विभागीय मंत्री को आवेदन प्रेषित कर न्याय की गुहार लगाएंगे।
बता दें कि भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में सिविल, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियङ्क्षरग तथा कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग शाखा के लिए कुल 76 स्थायी शिक्षकों के पद स्वीकृत हैं। जबकि बहरहाल यहां उक्त पांचों शाखाओं को मिलाकर स्थायी शिक्षकों की संख्या मात्र 15 शेष रह गई है।
टेक्यूप फेज-तीन के सहारे चल रही है शैक्षणिक व्यवस्था
भागलपुर सहित मुजफ्फरपुर, मोतीहारी, दरभंगा, गया, नालंदा और छापरा में विश्व बैंक की सहायता से तकनीकी शिक्षा गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम चल रहा है। जिसके तहत भागलपुर इंजीनियङ्क्षरग कॉलेज में 37 और उक्त सात कॉलेजों को मिलाकर 205 उच्च् योग्यताधारी शिक्षक कार्यरत हैं। जिनकी सेवा सितंबर में समाप्त होने जा रही है।
विज्ञापित रिक्तियों में वेटेज नहीं दिए जाने से टेक्यूप के अंतर्गत कार्यरत शिक्षकों में आक्रोश
राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों में सहायक प्राध्यापक की नियुक्ति के लिए बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा विज्ञापित रिक्तियों में टेक्यूप के शिक्षकों को कोई वेटेज नहीं दिए जाने पर उनमें आक्रोश व्याप्त है। शुक्रवार को भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में बीते ढ़ाई वर्षो से कार्यरत टेक्यूप शिक्षकों ने एक आपात बैठक की। बैठक में उपस्थित शिक्षकों ने कहा कि राज्य के संस्थानों में तकनीकी शिक्षा को गुणोत्तर बनाने की दिशा में ईमानदार प्रयास कर रहा हूं, फिर भी रिक्तियों में कोई वेटेज नहीं दिया जाना हमलोगों के साथ सौतेला व्यवहार है। इसके लिए हमलोग विभागीय मंत्री को आवेदन प्रेषित कर न्याय की गुहार लगाएंगे।