PATNA : अब प्राथमिक से लेकर तमाम मध्य विद्यालय के संबंध में सारी जानकारियां पोर्टल पर अपलोड होगी। समस्याओं के निपटारे के लिए महीने, कई वर्षों का समय लगने की अब नौबत नहीं आएगी।
सर्वशिक्षा अभियान के तहत 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों के लिए अनिवार्य और मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था सरकार ने की है। विद्यालयों में आधारभूत सरंचनाओं के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने की दिशा में सरकार ने एक और पहल की है।
प्राथमिक से लेकर तमाम मध्य विद्यालय के संबंध में सारी जानकारियां अब शाला सिद्धि पोर्टल पर अपलोड रहेगी। प्राथमिकता के आधार पर कब, कहां, क्या करना है इसकी तमाम जानकारी सरकार और शिक्षा विभाग को होगी। समस्याओं के निपटारे के लिए महीने, कई वर्षों का समय लगने की अब नौबत नहीं आएगी।
सर्व शिक्षा अभियान के जिला प्रोग्राम पदाधिकारी अजय कुमार ने बतया कि शाला शिद्धि कार्यक्रम के तहत सभी प्रधानाध्यापकों को इसके संबंध में तकनीकी व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया जा चुका है। जिले के सभी प्रारंभिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक को पांच दिनों के अंदर मूल्यांकन संबंधी सारी सूचनाएं वेबसाइट पर उपलब्ध कराने को कहा गया है।
समय सीमा के भीतर वांछित जानकारियां वेवसाइट पर अपलोड कर पाने वाले प्रधानाध्यापकों के खिलाफ विभागीय स्तर पर नियमानुकूल कार्रवाई होगी।
शाला सिद्धि कार्यक्रम के तहत वेबसाइट पर छात्र-छात्राओं के कक्षावार उपस्थिति, अध्यापकों की प्रोफाइल, सभी विषयों में वार्षिक उपलब्धियां, छात्र-शिक्षकों की उपस्थिति उनके अवकाश आदि को भरना होगा।
इसके साथ ही विद्यालय परिसर, खेल मैदान, कक्षा अन्य कक्ष, विद्युत एवं उपकरण, पुस्तकालय, प्रयोगशाला, कंप्यूटर, रैंप, पेयजल, हाथ धोने की सुविधाएं, शौचालय, उपस्थित संसाधनों का प्रयोग, सभी बच्चों की प्रगति, उनकी सोच, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा जैसी कई महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध करानी है।
सभी प्रधानाध्यापकों को शाला सिद्धि वेबसाइट पर शिक्षा विभाग को बहुत सी जानकारियां मुहैया करानी है। इसके लिए बीते दिनों जिला सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय में हाजीपुर, सहदेई बुजुर्ग, लालगंज, भगवानपुर और देसरी प्रखंडो के 80 माध्यमिक स्कूल के प्रधानाध्यापकों सहित सभी 16 प्रखंडों के बीआरसी को पांच दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया है। प्रशिक्षण के दौरान उन्हें प्रपत्र भरने के साथ-साथ कई अन्य निर्देशों से भी अवगत कराया गया।
सर्वशिक्षा अभियान के तहत 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों के लिए अनिवार्य और मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था सरकार ने की है। विद्यालयों में आधारभूत सरंचनाओं के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने की दिशा में सरकार ने एक और पहल की है।
प्राथमिक से लेकर तमाम मध्य विद्यालय के संबंध में सारी जानकारियां अब शाला सिद्धि पोर्टल पर अपलोड रहेगी। प्राथमिकता के आधार पर कब, कहां, क्या करना है इसकी तमाम जानकारी सरकार और शिक्षा विभाग को होगी। समस्याओं के निपटारे के लिए महीने, कई वर्षों का समय लगने की अब नौबत नहीं आएगी।
सर्व शिक्षा अभियान के जिला प्रोग्राम पदाधिकारी अजय कुमार ने बतया कि शाला शिद्धि कार्यक्रम के तहत सभी प्रधानाध्यापकों को इसके संबंध में तकनीकी व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया जा चुका है। जिले के सभी प्रारंभिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक को पांच दिनों के अंदर मूल्यांकन संबंधी सारी सूचनाएं वेबसाइट पर उपलब्ध कराने को कहा गया है।
समय सीमा के भीतर वांछित जानकारियां वेवसाइट पर अपलोड कर पाने वाले प्रधानाध्यापकों के खिलाफ विभागीय स्तर पर नियमानुकूल कार्रवाई होगी।
शाला सिद्धि कार्यक्रम के तहत वेबसाइट पर छात्र-छात्राओं के कक्षावार उपस्थिति, अध्यापकों की प्रोफाइल, सभी विषयों में वार्षिक उपलब्धियां, छात्र-शिक्षकों की उपस्थिति उनके अवकाश आदि को भरना होगा।
इसके साथ ही विद्यालय परिसर, खेल मैदान, कक्षा अन्य कक्ष, विद्युत एवं उपकरण, पुस्तकालय, प्रयोगशाला, कंप्यूटर, रैंप, पेयजल, हाथ धोने की सुविधाएं, शौचालय, उपस्थित संसाधनों का प्रयोग, सभी बच्चों की प्रगति, उनकी सोच, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा जैसी कई महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध करानी है।
सभी प्रधानाध्यापकों को शाला सिद्धि वेबसाइट पर शिक्षा विभाग को बहुत सी जानकारियां मुहैया करानी है। इसके लिए बीते दिनों जिला सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय में हाजीपुर, सहदेई बुजुर्ग, लालगंज, भगवानपुर और देसरी प्रखंडो के 80 माध्यमिक स्कूल के प्रधानाध्यापकों सहित सभी 16 प्रखंडों के बीआरसी को पांच दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया है। प्रशिक्षण के दौरान उन्हें प्रपत्र भरने के साथ-साथ कई अन्य निर्देशों से भी अवगत कराया गया।