पूर्णिया। बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ की जिला इकाई द्वारा राज्य
संघ के आह्वान पर सोमवार को महात्मा गांधी चंपारण सत्याग्रह आंदोलन के
शताब्दी वर्ष पर केहाट थाना चौक पर एक दिवसीय सत्याग्रह का आयोजन किया गया।
सत्याग्रह पर बैठे नियोजित प्रारंभिक, माध्यमिक, उच्चतर माध्यमिक शिक्षक
एवं पुस्तकालय अध्यापक समान काम के लिए समान वेतन आदि की मांग कर रहे थे।
आंदोलन कर रहे शिक्षक अप्रशिक्षित शिक्षकों को ग्रेड पे, राज्यकर्मी, शिक्षकों के मामले में दो वर्ष की बाध्यता समाप्त करने सहित अन्य मांगों के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे। जिला अध्यक्ष पवन कुमार जायसवाल ने कहा कि सत्याग्रह आंदोलन के साथ चरणबद्ध आंदोलन का शंखनाद कर दिया गया है। धरना में मौजूद प्रदेश उपाध्यक्ष अनवर करीम ने शिक्षकों से आगामी 19 अप्रैल से हड़ताल पर जाने का आह्वान करते हुए कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आलोक में समान काम का समान वेतन संवैधानिक अधिकार है। इसके लिए सूबे बिहार के सभी नियोजित शिक्षक एकजुट है।
कहा कि राज्य के 38 जिला मुख्यालयों पर सत्याग्रह आंदोलन का आगाज किया गया है। वहीं जिलाध्यक्ष एवं जिला कोषाध्यक्ष ने कहा कि शिक्षक अपने हक के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ने को तैयार हैं। कहा कि 18 अप्रैल को जिले के सभी प्रखंड मुख्यालयों पर मशाल जुलूस निकाला जाएगा एवं 19 अप्रैल से पूर्णिया जिले के सभी नियोजित शिक्षक शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक कार्य को पूर्णरूपेण ठप कर देंगें। वरीय उपाध्यक्ष गणेश यादव एवं वरीय सचिव राजाराम पासवान ने कहा कि बिहार सरकार नियोजित शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है, हम उनके मंसूबे को कभी कामयाब नहीं होने देंगे। धरना पर मुख्य रूप से उपाध्यक्ष प्रमोद कुमार विश्वास, सरवर आलम, सतीश कुमार, सुचित्रा कुमारी, मुन्नी कुमारी सहित सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद थी।
आंदोलन कर रहे शिक्षक अप्रशिक्षित शिक्षकों को ग्रेड पे, राज्यकर्मी, शिक्षकों के मामले में दो वर्ष की बाध्यता समाप्त करने सहित अन्य मांगों के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे। जिला अध्यक्ष पवन कुमार जायसवाल ने कहा कि सत्याग्रह आंदोलन के साथ चरणबद्ध आंदोलन का शंखनाद कर दिया गया है। धरना में मौजूद प्रदेश उपाध्यक्ष अनवर करीम ने शिक्षकों से आगामी 19 अप्रैल से हड़ताल पर जाने का आह्वान करते हुए कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आलोक में समान काम का समान वेतन संवैधानिक अधिकार है। इसके लिए सूबे बिहार के सभी नियोजित शिक्षक एकजुट है।
कहा कि राज्य के 38 जिला मुख्यालयों पर सत्याग्रह आंदोलन का आगाज किया गया है। वहीं जिलाध्यक्ष एवं जिला कोषाध्यक्ष ने कहा कि शिक्षक अपने हक के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ने को तैयार हैं। कहा कि 18 अप्रैल को जिले के सभी प्रखंड मुख्यालयों पर मशाल जुलूस निकाला जाएगा एवं 19 अप्रैल से पूर्णिया जिले के सभी नियोजित शिक्षक शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक कार्य को पूर्णरूपेण ठप कर देंगें। वरीय उपाध्यक्ष गणेश यादव एवं वरीय सचिव राजाराम पासवान ने कहा कि बिहार सरकार नियोजित शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है, हम उनके मंसूबे को कभी कामयाब नहीं होने देंगे। धरना पर मुख्य रूप से उपाध्यक्ष प्रमोद कुमार विश्वास, सरवर आलम, सतीश कुमार, सुचित्रा कुमारी, मुन्नी कुमारी सहित सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद थी।