हक की खातिर. समान वेतनमान की मांग को लेकर शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट पर दिया धरना
मधुबनी : बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के आह्वान पर चंपारण सत्याग्रह आंदोलन शताब्दी वर्षगांठ के अवसर पर सोमवार को जिले के सैकड़ों नियोजित शिक्षकों द्वारा अपनी मांगों के समर्थन में समाहरणालय के समक्ष धरना दिया गया.
सत्याग्रह आंदोलन के दौरान धरना दे रहे संघ के प्रतिनिधियों द्वारा जिला पदाधिकारी को हड़ताल पर जाने की विधिवत लिखित सूचना दी गयी. समान काम के बदले समान वेतन देने, राज्य कर्मी का दर्जा देने, सेवा शर्त्त लागू करने तथा प्रशिक्षित एवं अप्रशिक्षित नियोजित शिक्षकों को 01 जुलाई 015 से ग्रेड पे देने की मांग को लेकर संघ द्वारा राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर सत्याग्रह आंदोलन किया गया.
ठप हुई यातायात : इस सत्याग्रह आंदोलन में उमड़ी शिक्षक, शिक्षिकाओं की भीड़ से समाहरणालय के समक्ष मुख्य पथ पर करीब दो घंटे तक जाम लगा रहा. जिससे मधुबनी- दरभंगा मुख्य पथ सहित शहर की यातायात व्यवस्था कुछ घंटों के लिए ठप सी हो गई.
आंदोलन की अध्यक्षता कर रहे संघ के जिलाध्यक्ष संजीव कुमार कामत ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट समान काम के समान वेतन देने का ऐतिहासिक फैसला दिया है. इसे लागू कराने के लिए प्रदेश भर में विभिन्न संगठनों के द्वारा धरना, प्रदर्शन, कार्य वहिष्कार, विधान सभा घेराव सहित कई तरह के लोकतांत्रिक आंदोलन लगातार किए जा रहे हैं, जो आज भी जारी है. लेकिन, राज्य की सरकार तानाशाही रवैये को अपनाते हुए इसे लागू करने से पीछे हट रही है. जिससे बाध्य होकर संघ सूबे के 72 हजार प्रारंभिक स्कूलों में अनिश्चितकालीन हड़ताल कर सोमवार से पठन- पाठन ठप करने का निर्णय लिया है. वहीं प्रधान सचिव अवधेश कुमार झा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला हमारा संवैधानिक अधिकार है. जिसे हम हर हाल में लेकर रहेंगे. उन्होंने कहा कि जब तक सरकार इसे लागू नहीं करेगी आंदोलन जारी रहेगा. सुरेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि 18 अप्रैल को सभी प्रखंड मुख्यालयों में मशाल जुलूस निकालकर आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया जायेगा. कार्यक्रम को रंजन चौधरी, लीलाधर पासवान, डा. सीमा कुमारी, मो. नूर आलम, पांडव यादव, मो. मुर्तुजा, पिंकी कुमारी, ललित नारायण, ललन ठाकुर, मनीष कुमार कर्ण, प्रणव शंकर, बबीता कुमारी, अमरेश यादव, राजेंद्र साफी, रजनीश गांधी, मो. मोजीबुर रहमान, हृदेश कुमार सहित कइ्र शिक्षक नेताओं ने संबोधित किया.
मधुबनी : बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के आह्वान पर चंपारण सत्याग्रह आंदोलन शताब्दी वर्षगांठ के अवसर पर सोमवार को जिले के सैकड़ों नियोजित शिक्षकों द्वारा अपनी मांगों के समर्थन में समाहरणालय के समक्ष धरना दिया गया.
सत्याग्रह आंदोलन के दौरान धरना दे रहे संघ के प्रतिनिधियों द्वारा जिला पदाधिकारी को हड़ताल पर जाने की विधिवत लिखित सूचना दी गयी. समान काम के बदले समान वेतन देने, राज्य कर्मी का दर्जा देने, सेवा शर्त्त लागू करने तथा प्रशिक्षित एवं अप्रशिक्षित नियोजित शिक्षकों को 01 जुलाई 015 से ग्रेड पे देने की मांग को लेकर संघ द्वारा राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर सत्याग्रह आंदोलन किया गया.
ठप हुई यातायात : इस सत्याग्रह आंदोलन में उमड़ी शिक्षक, शिक्षिकाओं की भीड़ से समाहरणालय के समक्ष मुख्य पथ पर करीब दो घंटे तक जाम लगा रहा. जिससे मधुबनी- दरभंगा मुख्य पथ सहित शहर की यातायात व्यवस्था कुछ घंटों के लिए ठप सी हो गई.
आंदोलन की अध्यक्षता कर रहे संघ के जिलाध्यक्ष संजीव कुमार कामत ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट समान काम के समान वेतन देने का ऐतिहासिक फैसला दिया है. इसे लागू कराने के लिए प्रदेश भर में विभिन्न संगठनों के द्वारा धरना, प्रदर्शन, कार्य वहिष्कार, विधान सभा घेराव सहित कई तरह के लोकतांत्रिक आंदोलन लगातार किए जा रहे हैं, जो आज भी जारी है. लेकिन, राज्य की सरकार तानाशाही रवैये को अपनाते हुए इसे लागू करने से पीछे हट रही है. जिससे बाध्य होकर संघ सूबे के 72 हजार प्रारंभिक स्कूलों में अनिश्चितकालीन हड़ताल कर सोमवार से पठन- पाठन ठप करने का निर्णय लिया है. वहीं प्रधान सचिव अवधेश कुमार झा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला हमारा संवैधानिक अधिकार है. जिसे हम हर हाल में लेकर रहेंगे. उन्होंने कहा कि जब तक सरकार इसे लागू नहीं करेगी आंदोलन जारी रहेगा. सुरेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि 18 अप्रैल को सभी प्रखंड मुख्यालयों में मशाल जुलूस निकालकर आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया जायेगा. कार्यक्रम को रंजन चौधरी, लीलाधर पासवान, डा. सीमा कुमारी, मो. नूर आलम, पांडव यादव, मो. मुर्तुजा, पिंकी कुमारी, ललित नारायण, ललन ठाकुर, मनीष कुमार कर्ण, प्रणव शंकर, बबीता कुमारी, अमरेश यादव, राजेंद्र साफी, रजनीश गांधी, मो. मोजीबुर रहमान, हृदेश कुमार सहित कइ्र शिक्षक नेताओं ने संबोधित किया.