न्यूज़ डेस्क: राज्य में भष्टाचार लगभग हर विभाग में है लेकिन कहीं ज्यादा तो कही सामान्य है. न्यूज़ 18 में छपे आर्टिकल के मुताबिक बिहार का शिक्षा विभाग सबसे घुसखोर है. हाल ही में मुख्य सचिव के स्तर पर निगरानी, आर्थिक अपराध इकाई, विशेष निगरानी इकाई की समीक्षा में चौंकाने वाले रिपोर्ट मिला है.
बिहार सरकार के 44 विभागों में से सिर्फ़ 9 विभाग ही पाक साफ निकले हैं जिनमें भ्रष्टाचार के कोई मामले दर्ज नहीं हुए हैं. मुख्य सचिव की समीक्षा में 1 अप्रैल तक 33 विभागों में भ्रष्टाचार के मामले पकड़े गए हैं.
रिपोर्ट के अनुसार शिक्षा विभाग में 70 घुसखोर पकड़े गये है. उर्जा विभाग में 1 अप्रैल तक कुल 53 मामले आये हैं इनमें 34 मामले घूस लेते और रंगे हाथों पकड़े जाने के हैं. रिश्वतखोरी के अन्य मामलो में उत्पाद विभाग में 17, भवन निर्माण विभाग में 3, सामान्य प्रशासन में 36, कृषि विभाग में 35, वाणिज्यकर विभाग में 5 , पथ निर्माण विभाग में 15, सहकारिता विभाग में 21, गृह विभाग में 7, ग्रामीण कार्य और विकास विभाग में 14-14 मामले शामिल हैं.
बिहार सरकार के 44 विभागों में से सिर्फ़ 9 विभाग ही पाक साफ निकले हैं जिनमें भ्रष्टाचार के कोई मामले दर्ज नहीं हुए हैं. मुख्य सचिव की समीक्षा में 1 अप्रैल तक 33 विभागों में भ्रष्टाचार के मामले पकड़े गए हैं.
रिपोर्ट के अनुसार शिक्षा विभाग में 70 घुसखोर पकड़े गये है. उर्जा विभाग में 1 अप्रैल तक कुल 53 मामले आये हैं इनमें 34 मामले घूस लेते और रंगे हाथों पकड़े जाने के हैं. रिश्वतखोरी के अन्य मामलो में उत्पाद विभाग में 17, भवन निर्माण विभाग में 3, सामान्य प्रशासन में 36, कृषि विभाग में 35, वाणिज्यकर विभाग में 5 , पथ निर्माण विभाग में 15, सहकारिता विभाग में 21, गृह विभाग में 7, ग्रामीण कार्य और विकास विभाग में 14-14 मामले शामिल हैं.