आरा : जब से बिहार सरकार के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने गिरफ्तारी का आदेश दे दिया है शिक्षकों में आक्रोश देखा गया. समान कार्य के लिए समान वेतन एवं स्थाई नौकरी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे वित्त रहित शिक्षकों का बहिष्कार 29 वे दिन भी जारी रहा.
जैसे ही मैट्रिक की उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन का बहिष्कार कर रहें माध्यमिक शिक्षकों की गिरफ्तारी पुलिस ने मुख्य सचिव के आदेश के बाद की तो शिक्षकों का जन आक्रोश भड़क उठा और उनका साथ देने शिक्षक निर्वाचन विधान परिषद संजीव श्याम सिंह भी पहुंचे. उन्होंने दो दर्जन से ज्यादा शिक्षक एवं शिक्षिकाओं के साथ टाउन थाना में पहुंचकर अपनी गिरफ्तारी दी. उनकी गिरफ्तारी के बाद शिक्षकों का जनाक्रोश उमर पड़ा और उन्होंने टाउन थाना के गेट पर पहुंचकर थाना का घेराव कर दिया. अपनी गिरफ्तारी देने समय संजीव श्याम सिंह ने कहा कि सरकार की मंशा ठीक नहीं है.
संघ के अध्यक्ष मुक्तेश्वर उपाध्याय, सचिव राम निवास, राम कुमार सिंह, अवध बिहारी शर्मा, अमरेश कुमार, मनोज कुमार, दमोदर अमरेंद्र शर्मा, मनमोहन, राकेश सिंह, राकेश शर्मा, संगीता सिंह, शैलजा सिंह, मधुलिका पांडे ने कहा कि अभी तक सरकार के द्वारा उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन के लिए प्रयुक्त सभी तंत्र असफल रहे हैं. वित्त रहित शिक्षकों के प्रति मुख्य सचिव द्वारा किए गए.
गिरफ्तारी की घोषणा के बाद शिक्षक और आक्रोशित हुए हैं. हालाकि मुख्य सचिव के आदेश के बाद भी शिक्षकों का विरोध पुनर्मुल्यांकन को लेकर जारी रहा. बाहर रहकर ही अपना विरोध जारी रखा. आपको बता दें कि भोजपुर जिले में SB कॉलेज परीक्षा केंद्र एवं टाउन उच्च विद्यालय परीक्षा केंद्र पर उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन का बहिष्कार पिछले 29 दिनों से वित्त रहित शिक्षक कर रहे है जबकि जिला माध्यमिक शिक्षक संघ द्वारा भी कई मूल्यांकन केंद्रों पर मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार किया गया.
उनका 13 वे दिन मॉडल इंस्टिट्यूट हर प्रसाद दास जैन स्कूल हीट नारायण स्कूल में मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार जारी रहा. समान काम के बदले समान वेतन की मांग कर रहे शिक्षकों ने कहा कि वह जोरदार लड़ाई के लिए तैयार सरकार के पास सिर्फ एक ही विकल्प पर आ गया है कि वह हमारी मांगों को मानने अन्यथा आंदोलन चलता रहेगा.
शिक्षकों ने कहा कि हम यह कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे हमारे आंदोलन को कुचलने की जो साजिश हो रही है उससे हम डिगने वाले नहीं हैं. इस अवसर पर वक्ताओं ने आगे कहा की पांच सूत्री मांगों का निष्पादन अविलंब करें. समाचार लिखे जाने तक स्थानीय टाउन थाना में शिक्षकों का आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन जारी था.
जैसे ही मैट्रिक की उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन का बहिष्कार कर रहें माध्यमिक शिक्षकों की गिरफ्तारी पुलिस ने मुख्य सचिव के आदेश के बाद की तो शिक्षकों का जन आक्रोश भड़क उठा और उनका साथ देने शिक्षक निर्वाचन विधान परिषद संजीव श्याम सिंह भी पहुंचे. उन्होंने दो दर्जन से ज्यादा शिक्षक एवं शिक्षिकाओं के साथ टाउन थाना में पहुंचकर अपनी गिरफ्तारी दी. उनकी गिरफ्तारी के बाद शिक्षकों का जनाक्रोश उमर पड़ा और उन्होंने टाउन थाना के गेट पर पहुंचकर थाना का घेराव कर दिया. अपनी गिरफ्तारी देने समय संजीव श्याम सिंह ने कहा कि सरकार की मंशा ठीक नहीं है.
संघ के अध्यक्ष मुक्तेश्वर उपाध्याय, सचिव राम निवास, राम कुमार सिंह, अवध बिहारी शर्मा, अमरेश कुमार, मनोज कुमार, दमोदर अमरेंद्र शर्मा, मनमोहन, राकेश सिंह, राकेश शर्मा, संगीता सिंह, शैलजा सिंह, मधुलिका पांडे ने कहा कि अभी तक सरकार के द्वारा उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन के लिए प्रयुक्त सभी तंत्र असफल रहे हैं. वित्त रहित शिक्षकों के प्रति मुख्य सचिव द्वारा किए गए.
गिरफ्तारी की घोषणा के बाद शिक्षक और आक्रोशित हुए हैं. हालाकि मुख्य सचिव के आदेश के बाद भी शिक्षकों का विरोध पुनर्मुल्यांकन को लेकर जारी रहा. बाहर रहकर ही अपना विरोध जारी रखा. आपको बता दें कि भोजपुर जिले में SB कॉलेज परीक्षा केंद्र एवं टाउन उच्च विद्यालय परीक्षा केंद्र पर उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन का बहिष्कार पिछले 29 दिनों से वित्त रहित शिक्षक कर रहे है जबकि जिला माध्यमिक शिक्षक संघ द्वारा भी कई मूल्यांकन केंद्रों पर मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार किया गया.
उनका 13 वे दिन मॉडल इंस्टिट्यूट हर प्रसाद दास जैन स्कूल हीट नारायण स्कूल में मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार जारी रहा. समान काम के बदले समान वेतन की मांग कर रहे शिक्षकों ने कहा कि वह जोरदार लड़ाई के लिए तैयार सरकार के पास सिर्फ एक ही विकल्प पर आ गया है कि वह हमारी मांगों को मानने अन्यथा आंदोलन चलता रहेगा.
शिक्षकों ने कहा कि हम यह कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे हमारे आंदोलन को कुचलने की जो साजिश हो रही है उससे हम डिगने वाले नहीं हैं. इस अवसर पर वक्ताओं ने आगे कहा की पांच सूत्री मांगों का निष्पादन अविलंब करें. समाचार लिखे जाने तक स्थानीय टाउन थाना में शिक्षकों का आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन जारी था.