भोजपुर। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ
ने वृहद रणनीति बनाई है। इस संबंध में संघ के राज्य प्रतिनिधि परमात्मा
पांडेय व मो. नसीरुद्दीन अंसारी ने बताया कि सातवें वेतन आयोग की अनुशंसा
को केन्द्र की भांति 1 जनवरी 2016 से लागू करने, माननीय सर्वोच्च न्यायालय
के आदेश के
आलोक में समान कार्य के लिए समान वेतन देने, पुरानी पेंशन योजना को फिर से शुरू करने और नयी पेंशन योजना वापस लेने, प्रारंभिक शिक्षक आयोग का गठन करने, नियोजित शिक्षकों के लिए सेवा शर्त नियमावली जारी करने, राज्य के सभी प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में प्रधानाध्यापक व स्नातक शिक्षकों का पदस्थापन करने, उत्क्रमित मध्य विद्यालयों के शिक्षकों का वेतन कोषागार के माध्यम से भुगतान करने, मध्य विद्यालयों में विषयवार शिक्षकों का पदस्थापन करने सहित अन्य मांगों को लेकर प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया जाएगा । इसके तहत 25 अप्रैल को पूरे राज्य
में प्रखंड मुख्यालयों में धरना प्रदर्शन व प्रखंड विकास पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा जाएगा । 5 अगस्त को जिला मुख्यालयो में धरना प्रदर्शन व
जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री, राज्यपाल, प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित करने , 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर मांगों के समर्थन में राजधानी में धरना प्रदर्शन आयोजित करने तथा 5 अक्टूबर को विश्व शिक्षक दिवस पर मांगों को लेकर भारत सरकार का ध्यान आकृष्ट करने हेतु भारतीय शिक्षक की सामान्य कौंसिल के पांच हजार प्रतिनिधियों के साथ दिल्ली के
जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन का निर्णय लिया गया है । इधर प्रस्तावित आंदोलन को सफल बनाने के लिए उक्त शिक्षक प्रतिनिधियों ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है ।
आलोक में समान कार्य के लिए समान वेतन देने, पुरानी पेंशन योजना को फिर से शुरू करने और नयी पेंशन योजना वापस लेने, प्रारंभिक शिक्षक आयोग का गठन करने, नियोजित शिक्षकों के लिए सेवा शर्त नियमावली जारी करने, राज्य के सभी प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में प्रधानाध्यापक व स्नातक शिक्षकों का पदस्थापन करने, उत्क्रमित मध्य विद्यालयों के शिक्षकों का वेतन कोषागार के माध्यम से भुगतान करने, मध्य विद्यालयों में विषयवार शिक्षकों का पदस्थापन करने सहित अन्य मांगों को लेकर प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया जाएगा । इसके तहत 25 अप्रैल को पूरे राज्य
में प्रखंड मुख्यालयों में धरना प्रदर्शन व प्रखंड विकास पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा जाएगा । 5 अगस्त को जिला मुख्यालयो में धरना प्रदर्शन व
जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री, राज्यपाल, प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित करने , 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर मांगों के समर्थन में राजधानी में धरना प्रदर्शन आयोजित करने तथा 5 अक्टूबर को विश्व शिक्षक दिवस पर मांगों को लेकर भारत सरकार का ध्यान आकृष्ट करने हेतु भारतीय शिक्षक की सामान्य कौंसिल के पांच हजार प्रतिनिधियों के साथ दिल्ली के
जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन का निर्णय लिया गया है । इधर प्रस्तावित आंदोलन को सफल बनाने के लिए उक्त शिक्षक प्रतिनिधियों ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है ।