मुजफ्फरपुर। वित्त विहीन कॉलेजों के अधिग्रहण एवं समान काम के बदले समान
वेतन की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन के तहत हड़ताली शिक्षकों ने गुरुवार को
जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय पर धावा बोल दिया। सैकड़ों शिक्षकों ने
कार्यालय में जमकर हंगामा किया। तोड़फोड़ की।
कार्यालय के तमाम कागजात फाड़ दिए।
उल्लेखनीय है कि हड़ताली शिक्षकों का धरना एलएस कॉलेज, आरडीएस कॉलेज व एमडीडीएम कॉलेज परिसर के बाहर चल रहा है। ये शिक्षक लगातार मूल्यांकन बहिष्कार, प्रायोगिक परीक्षा और फिर मैट्रिक उत्तरपुस्तिकाओंकी जांच का बहिष्कार कर रहे हैं। सरकार ने वैकल्पिक व्यवस्था शुरू करा दी है। इससे हड़ताली शिक्षकों में आक्रोश है।
आए शिक्षकों को खदेड़ा
हड़ताली शिक्षकों ने अपनी धमकी को अंजाम रूप दे दिया। दोपहर में करीब दो बजे वे डीईओ कार्यालय आ धमके। यहां आते ही हंगामा व प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रशासन एवं सरकार विरोधी नारेबाजी होने लगी। इसके बाद कॉपियों का मूल्यांकन करने आए सौ से अधिक शिक्षकों को खरी-खोटी सुनाते हुए कहा कि हम लोग भूखे मर रहे हैं और आप अपनी रोटी पकाने आ गए हैं। इसके बाद इन शिक्षकों को खदेड़ दिया।
मची अफरातफरी, अस्त-व्यस्त हुआ कार्यालय
उधर, कुछ हड़ताली शिक्षकों ने कार्यालय में तोड़फोड़ शुरू कर दी। इससे अफरा-तफरी मच गई। एक घंटे तक डीईओ कार्यालय परिसर रणस्थल बना रहा। डीईओ कार्यालय व कक्ष की कई कुर्सियां तोड़ने के साथ मेज उलट दिए गए। योगदान के लिए बुलाए गए शिक्षकों की सूची को फाड़ दिया गया। इसके अलावा कई और जरूरी कागजात फाड़ दिए। पूरे कार्यालय को अस्त-व्यस्त कर दिया।
हड़ताली शिक्षकों ने धमकी दी है कि अगर कार्यालय में शिक्षकों को मूल्यांकन के लिए फिर बुलाया तो और अधिक उग्र गतिविधियां होंगी। कार्यालय में गंदगी फेंकने की भी धमकी दी।
150 से अधिक योगदान दिया
अभी तक उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए 150 से अधिक शिक्षकों ने योगदान कर दिया है। यह सिलसिला देर शाम तक जारी रहा।
कार्यालय के तमाम कागजात फाड़ दिए।
उल्लेखनीय है कि हड़ताली शिक्षकों का धरना एलएस कॉलेज, आरडीएस कॉलेज व एमडीडीएम कॉलेज परिसर के बाहर चल रहा है। ये शिक्षक लगातार मूल्यांकन बहिष्कार, प्रायोगिक परीक्षा और फिर मैट्रिक उत्तरपुस्तिकाओंकी जांच का बहिष्कार कर रहे हैं। सरकार ने वैकल्पिक व्यवस्था शुरू करा दी है। इससे हड़ताली शिक्षकों में आक्रोश है।
आए शिक्षकों को खदेड़ा
हड़ताली शिक्षकों ने अपनी धमकी को अंजाम रूप दे दिया। दोपहर में करीब दो बजे वे डीईओ कार्यालय आ धमके। यहां आते ही हंगामा व प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रशासन एवं सरकार विरोधी नारेबाजी होने लगी। इसके बाद कॉपियों का मूल्यांकन करने आए सौ से अधिक शिक्षकों को खरी-खोटी सुनाते हुए कहा कि हम लोग भूखे मर रहे हैं और आप अपनी रोटी पकाने आ गए हैं। इसके बाद इन शिक्षकों को खदेड़ दिया।
मची अफरातफरी, अस्त-व्यस्त हुआ कार्यालय
उधर, कुछ हड़ताली शिक्षकों ने कार्यालय में तोड़फोड़ शुरू कर दी। इससे अफरा-तफरी मच गई। एक घंटे तक डीईओ कार्यालय परिसर रणस्थल बना रहा। डीईओ कार्यालय व कक्ष की कई कुर्सियां तोड़ने के साथ मेज उलट दिए गए। योगदान के लिए बुलाए गए शिक्षकों की सूची को फाड़ दिया गया। इसके अलावा कई और जरूरी कागजात फाड़ दिए। पूरे कार्यालय को अस्त-व्यस्त कर दिया।
हड़ताली शिक्षकों ने धमकी दी है कि अगर कार्यालय में शिक्षकों को मूल्यांकन के लिए फिर बुलाया तो और अधिक उग्र गतिविधियां होंगी। कार्यालय में गंदगी फेंकने की भी धमकी दी।
150 से अधिक योगदान दिया
अभी तक उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए 150 से अधिक शिक्षकों ने योगदान कर दिया है। यह सिलसिला देर शाम तक जारी रहा।