मेरी लेखनी से किन्ही को तकलीफ हो तो इसे अन्यथा नहीं लेंगे ये मेरा व्यक्तिगत विचार है।
राज्य स्तरीय नियोजित शिक्षक नेताओं से प्रश्न----------
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सहृदय प्रतिउत्तर की अपेक्षा के साथ---------------
राज्यस्तरीय शीर्ष नेताओं के हठधर्मिता के कारण क्या नियोजित शिक्षकों के अहित में कार्य नहीं हो रहा है ?
यदि श्री प्रदीप कुमार पप्पू आपके संयुक्त बैठक में सम्मिलित नहीं हुए तो उनकी उस गलती को मुद्दा बनाकर आम नियोजित शिक्षकों के हित के साथ खिलवाड़ क्यों हो रहा है ?
श्री पप्पू के द्वारा घोषित हड़ताल को समर्थन नहीं करने से भविष्य में आपके द्वारा घोषित हड़ताल को क्या इस संघ के लोग आप को समर्थन देंगे ?
यदि नहीं तो हड़ताल अभी भी सफल नहीं होगा और आने वाले समय में गुटबाजी के कारण तब भी सफल नहीं होगा। ऐसे में क्या नियोजित शिक्षकों का भला होगा ?
यदि हड़ताल का अभी उचित समय नहीं है तो क्या किसी भी संघ को अपने स्वार्थ के लिये नियोजित शिक्षकों का इस्तेमाल करना चाहिए?
क्या हड़ताल नियोजित शिक्षक हित में नहीं है, यदि न्यायालय में लंबित परिवाद के कारण नहीं है तो फिर सभी संघ के द्वारा आंदोलन क्यों किया जा रहा है या न्यायलय के न्यायदेश आने तक सभी को इंतजार किया जाना चाहिए?
कृपया स्पष्ट करें
और नियोजित शिक्षक के हित में सभी शिक्षक संघ राजनीति न कर एक साथ एक मंच पर आयें। अन्यथा ये सब केवल एक दिखावा के साथ साथ आने वाले शिक्षक आंदोलन को कमजोर करने की साजिश होगी और इसका श्रेय उन शीर्ष नेताओं को लेना होगा।
साथ ही साथ उन सभी शिक्षक नेताओं से अनुरोध है कि अगर आप हड़ताल में नहीं जा रहे है तो कम से कम हड़ताल में जो शिक्षक जा रहे है उन्हें हतोत्साहित न करें क्योंकि वो भी नियोजित शिक्षकों के हित के लिए संघर्ष कर रहे है। कोई अपना व्यक्तिगत कार्य नहीं कर रहे है। प्रयास कभी भी बेकार नहीं जाता है,भले हीं सफलता का प्रतिशत कम या ज्यादा हो सकता है। आखिर वो भी हमारे शिक्षक साथी है और हमारे लिए हीं संघर्ष कर रहे ह,,,,
शिक्षक(राष्ट्रनिर्मात्ता)
राज्य स्तरीय नियोजित शिक्षक नेताओं से प्रश्न----------
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सहृदय प्रतिउत्तर की अपेक्षा के साथ---------------
राज्यस्तरीय शीर्ष नेताओं के हठधर्मिता के कारण क्या नियोजित शिक्षकों के अहित में कार्य नहीं हो रहा है ?
यदि श्री प्रदीप कुमार पप्पू आपके संयुक्त बैठक में सम्मिलित नहीं हुए तो उनकी उस गलती को मुद्दा बनाकर आम नियोजित शिक्षकों के हित के साथ खिलवाड़ क्यों हो रहा है ?
श्री पप्पू के द्वारा घोषित हड़ताल को समर्थन नहीं करने से भविष्य में आपके द्वारा घोषित हड़ताल को क्या इस संघ के लोग आप को समर्थन देंगे ?
यदि नहीं तो हड़ताल अभी भी सफल नहीं होगा और आने वाले समय में गुटबाजी के कारण तब भी सफल नहीं होगा। ऐसे में क्या नियोजित शिक्षकों का भला होगा ?
यदि हड़ताल का अभी उचित समय नहीं है तो क्या किसी भी संघ को अपने स्वार्थ के लिये नियोजित शिक्षकों का इस्तेमाल करना चाहिए?
क्या हड़ताल नियोजित शिक्षक हित में नहीं है, यदि न्यायालय में लंबित परिवाद के कारण नहीं है तो फिर सभी संघ के द्वारा आंदोलन क्यों किया जा रहा है या न्यायलय के न्यायदेश आने तक सभी को इंतजार किया जाना चाहिए?
कृपया स्पष्ट करें
और नियोजित शिक्षक के हित में सभी शिक्षक संघ राजनीति न कर एक साथ एक मंच पर आयें। अन्यथा ये सब केवल एक दिखावा के साथ साथ आने वाले शिक्षक आंदोलन को कमजोर करने की साजिश होगी और इसका श्रेय उन शीर्ष नेताओं को लेना होगा।
साथ ही साथ उन सभी शिक्षक नेताओं से अनुरोध है कि अगर आप हड़ताल में नहीं जा रहे है तो कम से कम हड़ताल में जो शिक्षक जा रहे है उन्हें हतोत्साहित न करें क्योंकि वो भी नियोजित शिक्षकों के हित के लिए संघर्ष कर रहे है। कोई अपना व्यक्तिगत कार्य नहीं कर रहे है। प्रयास कभी भी बेकार नहीं जाता है,भले हीं सफलता का प्रतिशत कम या ज्यादा हो सकता है। आखिर वो भी हमारे शिक्षक साथी है और हमारे लिए हीं संघर्ष कर रहे ह,,,,
शिक्षक(राष्ट्रनिर्मात्ता)