शिक्षक नियोजन : 624 पद खाली, 149 अभ्यर्थियों ने कराई काउंसिलिंग
गोपालगंज। हिन्दुस्तान संवाददाता First Published:14-01-2017 05:26:01 PMLast Updated:14-01-2017 05:33:34 PM
हाल में हुई काउंसिलिंग के बाद आंकड़ों की जो तस्वीर सामने है उससे यह स्पष्ट हो गया है कि इस साल भी शिक्षकों की कमी से हाई व प्लस टू स्कूलों में पढ़ाई की व्यवस्था लचर ही रहेगी। प्लस टू स्कूलों में 624 शिक्षकों के पद खाली हैं लेकिन महज 149 अभ्यर्थियों ने ही काउंसिलिंग कराई है।
हाई व प्लस टू स्कूलों के छात्र-छात्राओं को पढ़ाई व परीक्षा की तैयारी इस साल भी सेल्फ स्टडी व कोचिंग सेंटर के सहारे ही करनी होगी। पांचवें चरण के नियोजन के बावजूद इस साल भी हाई व प्लस टू स्कूलों में गणित, अंग्रेजी, हिन्दी जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षकों की अधिकांश सीटें खाली रह जाएंगी।
गणित सहित कई विषयों में एक भी अभ्यर्थी नहीं : प्लस टू स्कूलों में गणित सहित कई विषयों में एक भी अभ्यर्थी ने काउंसिलिंग नहीं कराई है। वहीं उर्दू में महज एक, रसायन में एक, भूगोल में 2, एकाउंटेंसी में 7, राजनीति विज्ञान में 18, इतिहास में 87, जंतु विज्ञान में एक, गृहविज्ञान में छह, संस्कृत में 2, अर्थशास्त्र में 9, एनआरबी में 7, समाजशास्त्र में एक, हिन्दी में 7 अभ्यर्थियों ने काउंसिलिंग कराई है जबकि, गणित, मनोविज्ञान, अंग्रेजी व वनस्पति विज्ञान विषयों के शिक्षक पद पर नियोजन को एक भी अभ्यर्थी काउंसिलिंग को नहीं आया।
पद 69 पर काउंसिलिंग कराई 10 ने : हाई स्कूलों में भी प्लस टू स्कूलों की तरह शिक्षक नियोजन को विषयवार कम ही अभ्यर्थियों ने काउंसिलिंग कराई है। जिला पर्षद् क्षेत्र के हाई स्कूलों में हिन्दी विषय के शिक्षकों के 69 पद खाली हैं। लेकिन महज दस अभ्यर्थियों ने ही काउंसिलिंग कराई है। इसी तरह से अंग्रेजी के 72 पदों के विरुद्ध महज छह अभ्यर्थी ही काउंसिलिंग करा सके। वहीं, संस्कृत में 38 पद के विरुद्ध 7 अभ्यर्थी ही काउंसिलिंग में शामिल हुए। बहरहाल, जिला परिषद् ही नहीं बल्कि नगर परिषद् क्षेत्र के स्कूलों में भी रिक्त पदों से कम अभ्यर्थियों ने काउंसिलिंग कराई है।
वरीयता सूची का है इंतजार : काउंसिलिंग कराने वाले अभ्यर्थियों को अब बेसब्री से वरीयता सूची के प्रकाशन का इंतजार है। अंतिम वरीयता सूची 18 जनवरी को जिला परिषद् के कार्यालय परिसर में प्रकाशित होगी वहीं, वेबसाइट पर भी अपलोड की जाएगी। इसके बाद सफल अभ्यर्थियों के बीच 28 जनवरी से नियोजन पत्र निर्गत किए जाएंगे। पूर्व में स्थगन के बाद दिसम्बर में फिर से पांचवें चरण का नियोजन संशोधित कार्यक्रम के अनुसार शुरू हुआ था। स्थगन से पहले मेधा सूची का अनुमोदन, मेधा सूची का प्रकाशन, मेधा सूची पर आपत्ति व आपत्तियों के निराकरण की गतिविधियां जिले में पूरी कर ली गई थीं। अब अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग कर नियोजन इकाइयां अंतिम वरीयता सूची के प्रकाशन की तैयारी में जुटी हैं।
पांचवें चरण के शिक्षक नियोजन के तहत काउंसिलिंग पूरी कर अब अंतिम वरीयता सूची के प्रकाशन की तैयारी चल रही है। इसके बाद 28 जनवरी से सफल अभ्यर्थियों बीच नियोजन पत्र निर्गत किए जाएंगे।
संजय कुमार, डीपीओ, स्थापना
गोपालगंज। हिन्दुस्तान संवाददाता First Published:14-01-2017 05:26:01 PMLast Updated:14-01-2017 05:33:34 PM
हाल में हुई काउंसिलिंग के बाद आंकड़ों की जो तस्वीर सामने है उससे यह स्पष्ट हो गया है कि इस साल भी शिक्षकों की कमी से हाई व प्लस टू स्कूलों में पढ़ाई की व्यवस्था लचर ही रहेगी। प्लस टू स्कूलों में 624 शिक्षकों के पद खाली हैं लेकिन महज 149 अभ्यर्थियों ने ही काउंसिलिंग कराई है।
हाई व प्लस टू स्कूलों के छात्र-छात्राओं को पढ़ाई व परीक्षा की तैयारी इस साल भी सेल्फ स्टडी व कोचिंग सेंटर के सहारे ही करनी होगी। पांचवें चरण के नियोजन के बावजूद इस साल भी हाई व प्लस टू स्कूलों में गणित, अंग्रेजी, हिन्दी जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षकों की अधिकांश सीटें खाली रह जाएंगी।
गणित सहित कई विषयों में एक भी अभ्यर्थी नहीं : प्लस टू स्कूलों में गणित सहित कई विषयों में एक भी अभ्यर्थी ने काउंसिलिंग नहीं कराई है। वहीं उर्दू में महज एक, रसायन में एक, भूगोल में 2, एकाउंटेंसी में 7, राजनीति विज्ञान में 18, इतिहास में 87, जंतु विज्ञान में एक, गृहविज्ञान में छह, संस्कृत में 2, अर्थशास्त्र में 9, एनआरबी में 7, समाजशास्त्र में एक, हिन्दी में 7 अभ्यर्थियों ने काउंसिलिंग कराई है जबकि, गणित, मनोविज्ञान, अंग्रेजी व वनस्पति विज्ञान विषयों के शिक्षक पद पर नियोजन को एक भी अभ्यर्थी काउंसिलिंग को नहीं आया।
पद 69 पर काउंसिलिंग कराई 10 ने : हाई स्कूलों में भी प्लस टू स्कूलों की तरह शिक्षक नियोजन को विषयवार कम ही अभ्यर्थियों ने काउंसिलिंग कराई है। जिला पर्षद् क्षेत्र के हाई स्कूलों में हिन्दी विषय के शिक्षकों के 69 पद खाली हैं। लेकिन महज दस अभ्यर्थियों ने ही काउंसिलिंग कराई है। इसी तरह से अंग्रेजी के 72 पदों के विरुद्ध महज छह अभ्यर्थी ही काउंसिलिंग करा सके। वहीं, संस्कृत में 38 पद के विरुद्ध 7 अभ्यर्थी ही काउंसिलिंग में शामिल हुए। बहरहाल, जिला परिषद् ही नहीं बल्कि नगर परिषद् क्षेत्र के स्कूलों में भी रिक्त पदों से कम अभ्यर्थियों ने काउंसिलिंग कराई है।
वरीयता सूची का है इंतजार : काउंसिलिंग कराने वाले अभ्यर्थियों को अब बेसब्री से वरीयता सूची के प्रकाशन का इंतजार है। अंतिम वरीयता सूची 18 जनवरी को जिला परिषद् के कार्यालय परिसर में प्रकाशित होगी वहीं, वेबसाइट पर भी अपलोड की जाएगी। इसके बाद सफल अभ्यर्थियों के बीच 28 जनवरी से नियोजन पत्र निर्गत किए जाएंगे। पूर्व में स्थगन के बाद दिसम्बर में फिर से पांचवें चरण का नियोजन संशोधित कार्यक्रम के अनुसार शुरू हुआ था। स्थगन से पहले मेधा सूची का अनुमोदन, मेधा सूची का प्रकाशन, मेधा सूची पर आपत्ति व आपत्तियों के निराकरण की गतिविधियां जिले में पूरी कर ली गई थीं। अब अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग कर नियोजन इकाइयां अंतिम वरीयता सूची के प्रकाशन की तैयारी में जुटी हैं।
पांचवें चरण के शिक्षक नियोजन के तहत काउंसिलिंग पूरी कर अब अंतिम वरीयता सूची के प्रकाशन की तैयारी चल रही है। इसके बाद 28 जनवरी से सफल अभ्यर्थियों बीच नियोजन पत्र निर्गत किए जाएंगे।
संजय कुमार, डीपीओ, स्थापना