देवघर : जिले के प्राइमरी स्कूलों में नवनियुक्त शिक्षक नियुक्ति
फर्जीवाड़ा की जांच चल रही है. वहीं दूसरी ओर बगैर विभागीय निर्देश के
सारवां प्रखंड के विभिन्न स्कूलों में पदस्थापित 42 नवनियुक्त शिक्षकों के
छह माह (मार्च से अगस्त 2016) का एरियर भुगतान कर दिया गया है.
विभागीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्य विद्यालय बंदाजोरी में कार्यरत निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी द्वारा 42 नवनियुक्त शिक्षकों के एरियर का भुगतान कर दिया गया. लेकिन, इसकी सूचना जिला शिक्षा अधीक्षक अथवा जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय को नहीं दी गयी. निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी 31.12.2016 को सेवानिवृत हो गये हैं.
एरियर राशि के भुगतान का मामला सामने आने के बाद विभागीय पदाधिकारी की मुश्किलें बढ़ गयी है. अब विभाग के सामने बड़ी चुनौती एरियर राशि की रिकवरी है. इससे पहले जिले के विभिन्न प्रखंडों में 599 नवनियुक्त शिक्षकों ने पिछले वर्ष योगदान किया था. शिक्षक नियुक्ति में फर्जीवाड़ा का मामला सामने आने के बाद कई चरणों में जांच हुई.
नगर थाने में शिक्षक नियुक्ति में फर्जीवाड़ा से संबंधित प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी है. पुलिस व विभागीय कार्रवाई अब भी चल रही है. नवनियुक्त शिक्षकों के दवाब के बाद विभागीय स्तर पर एक माह के वेतन भुगतान का निर्देश दिया गया था. पहली बार पिछले वर्ष दुर्गापूजा के वक्त एक माह का वेतन भुगतान किया गया था.
विभागीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्य विद्यालय बंदाजोरी में कार्यरत निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी द्वारा 42 नवनियुक्त शिक्षकों के एरियर का भुगतान कर दिया गया. लेकिन, इसकी सूचना जिला शिक्षा अधीक्षक अथवा जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय को नहीं दी गयी. निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी 31.12.2016 को सेवानिवृत हो गये हैं.
एरियर राशि के भुगतान का मामला सामने आने के बाद विभागीय पदाधिकारी की मुश्किलें बढ़ गयी है. अब विभाग के सामने बड़ी चुनौती एरियर राशि की रिकवरी है. इससे पहले जिले के विभिन्न प्रखंडों में 599 नवनियुक्त शिक्षकों ने पिछले वर्ष योगदान किया था. शिक्षक नियुक्ति में फर्जीवाड़ा का मामला सामने आने के बाद कई चरणों में जांच हुई.
नगर थाने में शिक्षक नियुक्ति में फर्जीवाड़ा से संबंधित प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी है. पुलिस व विभागीय कार्रवाई अब भी चल रही है. नवनियुक्त शिक्षकों के दवाब के बाद विभागीय स्तर पर एक माह के वेतन भुगतान का निर्देश दिया गया था. पहली बार पिछले वर्ष दुर्गापूजा के वक्त एक माह का वेतन भुगतान किया गया था.