पटना. निधि अंकेक्षण शाखा ने अपने ऑडिट रिपोर्ट में नगर निगम के
कर्मियों के वेतन में बढ़ाये जाने पर आपत्ति जतायी है. रिपोर्ट में निगम के
लिपिक, रोकड़पाल व वरीय सहायक लेखपाल का वेतन सचिवालय सहायक के बराबर किये
जाने पर आपत्ति दर्ज की. रिपोर्ट में कहा गया है कि सचिवालय सहायक का वेतन
राज्य सरकार स्तर का वन बहाली रैंक है, जबकि नगर निगम में इन पदों पर
संविदा व अनुकंपा पर किया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि वेतनमान 4000
से 6000 से बढ़ा कर 5500 से 9000 रुपये किस परिस्थिति में बढ़ाये गये, जबकि
नगर विकास व आवास विभाग और सशक्त स्थायी समिति का अनुमोदन नहीं लिया गया
है.
अंकेक्षण रिपोर्ट में दो कर्मियों को दो लाख से अधिक वेतन दिया गया
है. अंकेक्षण के अधिकारी ने बताया कि किस परिस्थिति में कर्मियों का वेतन
बढ़ाया गया, इसकी रिपोर्ट मांगी गयी थी, लेकिन नगर आयुक्त ने अब तक रिपोर्ट
नहीं भेजी है.
शिक्षकों के वेतन पर 51.16% लेकिन, ट्रेनिंग पर 1.6% ही खर्च
क्राइ और सेंटर फॉर बजट्स एंड गवर्नेंस अकॉटविलिटी द्वारा किये गये विश्लेषण में निकल कर आयी बातें