सीवान : जिले के टीइटी-एसटीइटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ व बिहार
राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ इकाई सीवान के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार
को सैकड़ों शिक्षकों ने अपनी मांगों के समर्थन में सरकार के खिलाफ आक्रोश
मार्च निकाला. टीइटी-एसटीइटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ का नेतृत्व
जिलाध्यक्ष रजनीश कुमार मिश्र ने किया.
वहीं बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ का नेतृत्व जिलाध्यक्ष मंगल
कुमार साह कर रहे थे. आक्रोश मार्च में प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक व उच्च
माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत सैकड़ों की संख्या में नियोजित शिक्षकों
ने भाग लिया. आक्रोश मार्च शहर के गांधी मैदान से निकला, जो समाहरणालय के
समक्ष जाकर सभा में तब्दील हो गया. मार्च के दौरान शिक्षकों ने जम कर सरकार
विरोधी नारे लगाये. नियोजित शिक्षक सरकार से 7वें वेतनमान का लाभ देने और
सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय 'समान काम का समान वेतन' लागू करने की भी मांग
कर रहे थे.
विदित हो कि राज्य वेतन कमेटी के सचिव ने हाल ही में एक बयान में कहा
था कि नियोजित शिक्षकों को 7वें वेतनमान का लाभ नहीं मिलेगा, जिसका खंडन
सरकार द्वारा किसी भी स्तर पर नहीं किया गया. इस कारण पूरे प्रदेश के
नियोजित शिक्षक आक्रोशित हो गये. दोनों संघों में जिलाध्यक्षों ने कहा कि
सरकार सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय 'समान काम का समान वेतन' का सम्मान नहीं
कर रही है, जो अपने नागरिकों के प्रति इसकी जवाबदेही को दरसाता है.
इधर, आक्रोश मार्च के दौरान गांधी मैदान से लेकर प्रधान डाकघर को
जानेवाले सभी मुख्य मार्गों पर जाम लग गया. इस कारण आम लाेगों को काफी
परेशानियों का सामना करना पड़ा.
समाहरणालय पहुंचने के बाद शिक्षकों के एक शिष्टमंडल ने जिलाध्यक्ष
द्वय के नेतृत्व में जिला पदाधिकारी के माध्यम से अपनी मांगों का ज्ञापन
मुख्यमंत्री को सौंपा. इस मौके पर राजीव रंजन तिवारी, अजीत कुमार शर्मा,
सुधीर कुमार शर्मा, शाहिद आलम, श्रीकांत सिंह, कुमार सौरभ, पुरुषोत्तम
कुमार सिंह, सागर कुमार सिंह, रविकांत उपाध्याय, विनोद शर्मा, मनोज कुमार,
ललन बैठा, गौतम कुमार मांझी, ओमप्रकाश यादव, वसी अहमद गौसी, सुरेंद्र
पांडेय, अली अब्बास, मनोज कुमार ठाकुर, जयराम यादव, उपेंद्र यादव, अनवर
अंसारी, संतोष कुमार राय, मृत्युंजय महतो, संजय सिंह, अभिषेक कुमार व
हरेन्द्र कुमार सहित जिले से पहुंचे हजारों की संख्या में नियोजित शिक्षक
उपस्थित थे.