नवादा। मेसकौर प्रखंड के सरकारी शिक्षक इन दिनों बड़े मौज में हैं। यूं कहें
तो पुराने साल की विदाई उन शिक्षकों के लिए बड़ा ही भाग्यशाली रहा। दरअसल
हुआ ये कि मेसकौर प्रखंड के बीईओ इन्द्रजीत राणा घूस लेते निगरानी के हाथो
पकड़े गए।
जेल जाने के बाद शिक्षकों पर निगरानी करने के लिए प्रखंड स्तर पर शिक्षा विभाग के कोई अधिकारी बचे ही नहीं। बीईओ के जेल जाने से पहले मेसकौर के एक बीआरपी प्रेम कुमार शराब बेचने के आरोप में जेल चले गए। वे करीब 6 माह से जेल में ही बंद हैं। वहीं दो अन्य बीआरपी मनोज कुमार एवं महेन्द्र चौधरी का स्थानांतरण दूसरे प्रखंड में हो गया है। दोनों बीआरपी प्रधानाध्यापक के पद पर प्रोन्नत हुए थे। जिस वजह से वे दिसंबर के पहले सप्ताह ही बीआरपी छोड़कर प्रधानाध्यापक बन गए। इसके अलावा रसलपुरा संकुल के संकुल समन्वयक विजय कुमार तथा तेतरिया संकुल के समन्वयक नरेश प्रसाद भी प्रधानाध्यापक के पद पर प्रोन्नत हो गए। जिससे रसलपुरा एवं तेतरिया में समन्वयक का पद भी रिक्त हो गया। कुल मिलाकर कह सकते हैं कि मेसकौर प्रखंड के शिक्षकों पर निगरानी एवं विभागीय कार्यों के निष्पादन कराने के लिए बीआरपी व बीईओ का पद रिक्त है ही दो समन्वयक का पद भी रिक्त हो गया है। ऐसे में दिसंबर माह से प्रखंड के शिक्षक खूब मस्ती में हैं। इस बाबत बिहार प्रारंभिक शिक्षक के प्रखंड अध्यक्ष ब्रजेश कुमार ने कहा कि पदाधिकारियों के पद रिक्त हो जाने से कई विभागीय कार्य बाधित है। आधे से अधिक नियोजित शिक्षकों का अभी तक सर्विस बुक नहीं लिखा गया है। अभी हाल में ही बीईओ से सर्विस बुक लिखने के लिए अनुरोध किया गया था,तब उन्होंने आश्वासन दिया था कि सेवानिवृति से पहले सभी का रुका हुआ काम पूरा कर देंगे। विदित हो कि मेसकौर के बीईओ इन्द्रजीत राणा बुधवार को उत्क्रमित मध्य विद्यालय सोनपुरा के शिक्षक विनोदानंद ¨सह से 8 हजार रुपए रिश्वत लेते निगरानी की टीम द्वारा पकड़े जा चुके हैं।
जेल जाने के बाद शिक्षकों पर निगरानी करने के लिए प्रखंड स्तर पर शिक्षा विभाग के कोई अधिकारी बचे ही नहीं। बीईओ के जेल जाने से पहले मेसकौर के एक बीआरपी प्रेम कुमार शराब बेचने के आरोप में जेल चले गए। वे करीब 6 माह से जेल में ही बंद हैं। वहीं दो अन्य बीआरपी मनोज कुमार एवं महेन्द्र चौधरी का स्थानांतरण दूसरे प्रखंड में हो गया है। दोनों बीआरपी प्रधानाध्यापक के पद पर प्रोन्नत हुए थे। जिस वजह से वे दिसंबर के पहले सप्ताह ही बीआरपी छोड़कर प्रधानाध्यापक बन गए। इसके अलावा रसलपुरा संकुल के संकुल समन्वयक विजय कुमार तथा तेतरिया संकुल के समन्वयक नरेश प्रसाद भी प्रधानाध्यापक के पद पर प्रोन्नत हो गए। जिससे रसलपुरा एवं तेतरिया में समन्वयक का पद भी रिक्त हो गया। कुल मिलाकर कह सकते हैं कि मेसकौर प्रखंड के शिक्षकों पर निगरानी एवं विभागीय कार्यों के निष्पादन कराने के लिए बीआरपी व बीईओ का पद रिक्त है ही दो समन्वयक का पद भी रिक्त हो गया है। ऐसे में दिसंबर माह से प्रखंड के शिक्षक खूब मस्ती में हैं। इस बाबत बिहार प्रारंभिक शिक्षक के प्रखंड अध्यक्ष ब्रजेश कुमार ने कहा कि पदाधिकारियों के पद रिक्त हो जाने से कई विभागीय कार्य बाधित है। आधे से अधिक नियोजित शिक्षकों का अभी तक सर्विस बुक नहीं लिखा गया है। अभी हाल में ही बीईओ से सर्विस बुक लिखने के लिए अनुरोध किया गया था,तब उन्होंने आश्वासन दिया था कि सेवानिवृति से पहले सभी का रुका हुआ काम पूरा कर देंगे। विदित हो कि मेसकौर के बीईओ इन्द्रजीत राणा बुधवार को उत्क्रमित मध्य विद्यालय सोनपुरा के शिक्षक विनोदानंद ¨सह से 8 हजार रुपए रिश्वत लेते निगरानी की टीम द्वारा पकड़े जा चुके हैं।