सीतामढ़ी। प्रधानाध्यापक व स्नातक ग्रेड में शिक्षकों की प्रोन्नति मामले
में आपत्ति को लेकर सवाल उठ रहे हैं। प्रोन्नति समिति के निर्णय के आलोक
में औपबंधिक सूची के प्रकाशन के बाद प्रखंड बार बीईओ के माध्यम से आपत्ति
की मांग की गई थी।
इसके लिए 27 दिसंबर तक की तिथि निर्धारित की गई थी। सभी बीईओ को निर्देश दिया गया था कि निर्धारित समय सीमा के भीतर आपत्ति प्राप्त कर डीईओ कार्यालय में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। निर्धारित समय सीमा भी समाप्त हो गई, लेकिन किस प्रखंड से कितनी आपत्ति प्राप्त हुई आज तक नोडल पदाधिकारी को जानकारी नहीं हो सकी है। प्रोन्नति संबंधी संचिका के निष्पादन के लिए जिन लिपिकों को जिम्मेवारी मिली है वे स्वयं ही आपत्तियों लिए भ्रमणशील हैं। इस संबंध में पूछे जाने पर नोडल पदाधिकारी सह अवकाश रक्षित डीपीओ मो. इफ्तेखार अहमद बताते हैं कि आपत्ति संबंधी आवेदन कुछ प्रखंडों में प्राप्त हुए हैं। लेकिन किस प्रखंड से कितनी आपत्ति आई है और आपत्ति संबंधी आवेदन किसके पास है यह स्पष्ट नहीं है। नोडल पदाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्ति तो की गई है लेकिन संचिका व आवेदन संबंधी जानकारी नहीं दी जा रही है। सूत्रों की बातों पर यकीन करें तो कुछ आपत्ति संबंधी आवेदन प्रधान लिपिक के पास है तो कुछ अन्य सहायक के पास। जबकि नियमनुसार आपत्ति संबंधी मामला कार्यालय में होना चाहिए। बताया गया है कि प्रधानाध्यापक के रिक्त करीब 800 पद के विरुद्ध 318 पर प्रोन्नति दे दी गई। शेष 482 रिक्त पदों के विरुद्ध अर्हताप्राप्त करने वाले 92 अभ्यर्थियों का नाम वरीयता सूची में शामिल किया गया है। वहीं स्नातक ग्रेड में 129 व एसीपी के लिए 63 अभ्यर्थियों को वरीयता सूची में शामिल किया गया है।
इसके लिए 27 दिसंबर तक की तिथि निर्धारित की गई थी। सभी बीईओ को निर्देश दिया गया था कि निर्धारित समय सीमा के भीतर आपत्ति प्राप्त कर डीईओ कार्यालय में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। निर्धारित समय सीमा भी समाप्त हो गई, लेकिन किस प्रखंड से कितनी आपत्ति प्राप्त हुई आज तक नोडल पदाधिकारी को जानकारी नहीं हो सकी है। प्रोन्नति संबंधी संचिका के निष्पादन के लिए जिन लिपिकों को जिम्मेवारी मिली है वे स्वयं ही आपत्तियों लिए भ्रमणशील हैं। इस संबंध में पूछे जाने पर नोडल पदाधिकारी सह अवकाश रक्षित डीपीओ मो. इफ्तेखार अहमद बताते हैं कि आपत्ति संबंधी आवेदन कुछ प्रखंडों में प्राप्त हुए हैं। लेकिन किस प्रखंड से कितनी आपत्ति आई है और आपत्ति संबंधी आवेदन किसके पास है यह स्पष्ट नहीं है। नोडल पदाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्ति तो की गई है लेकिन संचिका व आवेदन संबंधी जानकारी नहीं दी जा रही है। सूत्रों की बातों पर यकीन करें तो कुछ आपत्ति संबंधी आवेदन प्रधान लिपिक के पास है तो कुछ अन्य सहायक के पास। जबकि नियमनुसार आपत्ति संबंधी मामला कार्यालय में होना चाहिए। बताया गया है कि प्रधानाध्यापक के रिक्त करीब 800 पद के विरुद्ध 318 पर प्रोन्नति दे दी गई। शेष 482 रिक्त पदों के विरुद्ध अर्हताप्राप्त करने वाले 92 अभ्यर्थियों का नाम वरीयता सूची में शामिल किया गया है। वहीं स्नातक ग्रेड में 129 व एसीपी के लिए 63 अभ्यर्थियों को वरीयता सूची में शामिल किया गया है।