मुजफ्फरपुर। वरीय संवाददाता समान काम-समान वेतन की मांग लेकर शिक्षकों ने अपना आंदोलन शुरू किया। बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर शनिवार को विभिन्न प्रखंडों से पहुंचे शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। उनके समर्थन में कई जनप्रतिनिधि भी आगे आए।
शिक्षकों ने जल्द मांग पूरी नहीं होने पर जेल भरो अभियान चलाने का निर्णय लिया।
समान काम-समान वेतन समेत 13 सूत्री मांगों के लिए जिला प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षक खुदीराम बोस स्टेडियम पहुंचे। यहां से शिक्षक नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट स्थित धरना स्थल पर पहुंचे। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं। प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बावजूद बिहार सरकार एवं शिक्षा विभाग समान काम के लिए समान वेतन देने में टालमटोल कर रहा है। स्थिति यह है कि मुख्यमंत्री की घोषणा के 13 महीने बाद भी नियोजित शिक्षकों के सेवा शर्त का प्रकाशन नहीं हो पाया है।प्रद्युमन प्रसाद सिंह, बैद्यनाथ पाठक, राजकिशोर तिवारी, भूपनारायण पांडेय, रघुवंश प्रसाद सिंह आदि ने कहा कि सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बात कर रही है। जबकि जिले में स्थिति यह है कि अभी तक 451 मिडिल स्कूल में ही हेडमास्टर के पद का सृजन हो पाया है। राजीव रंजन, कैलाश बिहारी मिश्र, भुवनेश्वर मिश्र, उपेन्द्र ठाकुर व सुनयना कुमारी ने कहा कि मध्याह्न भोजन, भवन निर्माण आदि में शिक्षकों को लगाकर शिक्षा व्यवस्था को चौपट किया जा रहा है। शिक्षकों के समर्थन में पहुंचे नगर विधायक सुरेश शर्मा, बोचहां विधायक बेबी कुमारी व कुढ़नी विधायक केदार प्रसाद गुप्ता ने कहा कि शिक्षकों की मांग जायज है। शिक्षकों ने कहा कि वेतन में विसंगति, एसीपी-2 का लाभ, राज्यकर्मियों की तरह सेवाकाल में मृत्यु पर शिक्षकों के आश्रितों को अनट्रेंड रहने पर भी अनुकंपा पर नियुक्ति आदि मांग पूरी नहीं हुई तो जल्द जेल भरो अभियान चलाया जाएगा।
शिक्षकों ने जल्द मांग पूरी नहीं होने पर जेल भरो अभियान चलाने का निर्णय लिया।
समान काम-समान वेतन समेत 13 सूत्री मांगों के लिए जिला प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षक खुदीराम बोस स्टेडियम पहुंचे। यहां से शिक्षक नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट स्थित धरना स्थल पर पहुंचे। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं। प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बावजूद बिहार सरकार एवं शिक्षा विभाग समान काम के लिए समान वेतन देने में टालमटोल कर रहा है। स्थिति यह है कि मुख्यमंत्री की घोषणा के 13 महीने बाद भी नियोजित शिक्षकों के सेवा शर्त का प्रकाशन नहीं हो पाया है।प्रद्युमन प्रसाद सिंह, बैद्यनाथ पाठक, राजकिशोर तिवारी, भूपनारायण पांडेय, रघुवंश प्रसाद सिंह आदि ने कहा कि सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बात कर रही है। जबकि जिले में स्थिति यह है कि अभी तक 451 मिडिल स्कूल में ही हेडमास्टर के पद का सृजन हो पाया है। राजीव रंजन, कैलाश बिहारी मिश्र, भुवनेश्वर मिश्र, उपेन्द्र ठाकुर व सुनयना कुमारी ने कहा कि मध्याह्न भोजन, भवन निर्माण आदि में शिक्षकों को लगाकर शिक्षा व्यवस्था को चौपट किया जा रहा है। शिक्षकों के समर्थन में पहुंचे नगर विधायक सुरेश शर्मा, बोचहां विधायक बेबी कुमारी व कुढ़नी विधायक केदार प्रसाद गुप्ता ने कहा कि शिक्षकों की मांग जायज है। शिक्षकों ने कहा कि वेतन में विसंगति, एसीपी-2 का लाभ, राज्यकर्मियों की तरह सेवाकाल में मृत्यु पर शिक्षकों के आश्रितों को अनट्रेंड रहने पर भी अनुकंपा पर नियुक्ति आदि मांग पूरी नहीं हुई तो जल्द जेल भरो अभियान चलाया जाएगा।