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बिना रिक्ति व रोस्टर के शिक्षक नियोजन के लिए आवेदन लेने का कार्य शुरू

सुपौल। सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पद पर बहाली के लिए आवेदन लेने का काम शुरू कर दिया गया है। इसके लिए प्रखंड कार्यालय परिसर में शिक्षकों की तैनाती की गई है जो आवेदन करने वाले शिक्षक अभ्यर्थियों का आवेदन लेने का काम करेंगे।
18 सितंबर से प्रारंभ हुए इस कार्य में 20 सितंबर तक एक भी आवेदन नहीं पड़े। शिक्षक के रिक्त पदों पर आवेदन देने पहुंचे कुछ अभ्यर्थियों ने बताया कि वह सब समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर प्रखंड क्षेत्र के किस विद्यालय में किस कोटि का रिक्त पद है जहां के लिए आवेदन किया जा सके। कुछ अभ्यर्थियों ने बताया कि वह सभी आए तो थे आवेदन करने लेकिन किसी प्रकार की जानकारी नहीं मिलने के कारण खाली वापस जा रहे हैं। ऐसे अभ्यर्थियों का कहना था कि जब तक यह जानकारी नहीं दी जाती कि प्रखंड अथवा पंचायत स्तर पर कौन-कौन से जगह पर किस-किस कोटि के अभ्यर्थियों के पद रिक्त हैं तब तक आवेदन करना अंधेरे में तीर चलाने जैसा होगा। शिक्षक अभ्यर्थियों से आवेदन लेने हेतु तैनात किए गए कुछ शिक्षकों ने बताया कि उन लोगों को भी जानकारी नहीं दी गई है कि किन-किन कोटि के लिए कहां-कहां के लिए आवेदन लिए जाने हैं। बताया कि राज्य सरकार द्वारा इस बाबत 22 अगस्त को निर्गत पत्र 17 सितंबर को प्रखंड कार्यालय में प्राप्त हुआ। इस कारण किसी भी प्रकार की तैयारी नहीं की जा सकी। बस पदाधिकारी के आदेश का अनुपालन में रजिस्टर लेकर आवेदन लेने बैठ गए हैं। बोले प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मनोहर कुमार से पूछने पर बताया कि अभी तक किसी भी विद्यालय से रिक्ति की जानकारी नहीं दी गई है इस कारण रोस्टर नहीं बनाया जा सका है। बताया कि पहले के शिक्षक बहाली के दौरान कुछ पद रिक्त पड़े थे। अभी वैसे रिक्त पदों के लिए ही आवेदन लिए जा सकते हैं। यह पूछे जाने पर वैसे रिक्त पदों की भी जानकारी प्रखंड स्तर पर उपलब्ध नहीं है ताकि अभ्यर्थी आवेदन कर सके तो प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि एक-दो दिनों में ऐसे पत्र जिला से निर्गत होने की संभावना है। बिना रिक्ति और रोस्टर के आवेदन लेने की कार्रवाई शुरू कर दिए जाने के सवाल पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी चुप्पी साध गए। उन्होंने बस इतना ही कहा कि वरीय पदाधिकारी का आदेश तो पालन करना ही पड़ेगा। बड़ी कमाई की उम्मीद अब सवाल उठता है कि बिना किसी रिक्ति और रोस्टर के आवेदन लेने की तिथि निर्धारित कर देना और फिर उसके अंतिम तिथि की भी घोषणा कर देना कहां तक सही है। कहीं ऐसा भी तो नहीं होगा कि आवेदन की अंतिम तिथि तक एक भी अभ्यर्थी आवेदन नहीं कर पाएंगे। या फिर सेटिग-गेटिग के तहत पिछले दरवाजे से आवेदन लेकर शिक्षकों की नियुक्ति कर दी जाएगी। वैसे चर्चा है कि पंचायत स्तर पर कुछ जनप्रतिनिधि शिक्षक नियोजन में अभी से ही बड़ी कमाई की उम्मीद पाल कर कार्यालयों का चक्कर लगाने में जुट गए हैं।

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