मुजफ्फरपुर | भारतीय शिक्षक संघ की ओर से रविवार को कोल्हुअा स्थित संघ
कार्यालय में बैठक का आयोजन किया गया। अध्यक्ष कौशल सिंह ने बताया कि
एनआईओएस बोर्ड से डीएलएड करने वाले
डिग्रीधारियों को केंद्र व राज्य सरकार की ओर से नियोजित शिक्षकों को मान्यता दी गई है जबकि अन्य निजी शिक्षकों के डिग्री की मान्यता नहीं दी जा रही है। सरकार की इस दोहरी नीति के खिलाफ भारतीय शिक्षक संघ ने आवाज बुलंद की है। का है कि जब डीएलएड कोर्स शुरू होने पर सरकार का फरमान जारी हुआ था कि इस कोर्स को करने वाले सभी सरकारी और गैर सरकारी शिक्षकों को प्रशिक्षित माना जाएगा। लेकिन सरकार सिर्फ सरकारी शिक्षकों को ही प्रशिक्षित मान रही है। इसके खिलाफ आंदोलन करेगा। मौके पर 16 प्रखंडों से आए प्रखंड अध्यक्ष और शिक्षकों ने अपना समर्थन दिया। इस दौरान सुजीत मिश्रा, अनिल कुमार, रामप्रवेश चौधरी, उमाशंकर शर्मा, मनीष कुमार, धीरज कुमार, धनंजय भारद्वाज आदि थे।
डिग्रीधारियों को केंद्र व राज्य सरकार की ओर से नियोजित शिक्षकों को मान्यता दी गई है जबकि अन्य निजी शिक्षकों के डिग्री की मान्यता नहीं दी जा रही है। सरकार की इस दोहरी नीति के खिलाफ भारतीय शिक्षक संघ ने आवाज बुलंद की है। का है कि जब डीएलएड कोर्स शुरू होने पर सरकार का फरमान जारी हुआ था कि इस कोर्स को करने वाले सभी सरकारी और गैर सरकारी शिक्षकों को प्रशिक्षित माना जाएगा। लेकिन सरकार सिर्फ सरकारी शिक्षकों को ही प्रशिक्षित मान रही है। इसके खिलाफ आंदोलन करेगा। मौके पर 16 प्रखंडों से आए प्रखंड अध्यक्ष और शिक्षकों ने अपना समर्थन दिया। इस दौरान सुजीत मिश्रा, अनिल कुमार, रामप्रवेश चौधरी, उमाशंकर शर्मा, मनीष कुमार, धीरज कुमार, धनंजय भारद्वाज आदि थे।